23 दिसंबर 2025 को क्या है?
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23 दिसंबर 2025 को क्या है?

जानिए इस दिन की चतुर्दशी तिथि, पंचांग, नक्षत्र, शुभ-अशुभ समय, योग, करिणा और इस दिन के धार्मिक व ज्योतिषीय महत्व से जुड़ी सभी जरूरी जानकारी।

आज के दिन के बारे में

23 दिसंबर 2025 का दिन धार्मिक और आध्यात्मिक दृष्टि से अत्यंत मंगलकारी माना जाता है। इस पावन तिथि पर पूजा-पाठ, व्रत और दान से घर में सुख-शांति और जीवन में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह होता है। ऐसा विश्वास है कि इस दिन की गई साधना से मन को शांति मिलती है और मनोकामनाओं की पूर्ति में मदद मिलती है।

23 दिसंबर 2025 को क्या है?

क्या आप जानना चाहते हैं कि 23 दिसंबर 2025 को कौन-सा व्रत, त्योहार और शुभ योग हैं और यह दिन धार्मिक दृष्टि से क्यों विशेष है? 23 दिसंबर 2025, मंगलवार को शुक्ल पक्ष तृतीया है। यह दिन धार्मिक और आध्यात्मिक दृष्टि से शुभ माना जाता है। तृतीया तिथि पर पूजा, व्रत और दान करने से जीवन में सुख, शांति और समृद्धि का प्रवाह बढ़ता है।

पंचांग विवरण

  • तिथि: शुक्ल पक्ष तृतीया - दोपहर 12:14 PM तक

  • नक्षत्र: श्रावण - सुबह 7:08 AM तक

  • योग: व्याघात - शाम 4:31 PM तक

  • करण: गर - दोपहर 12:11 PM तक

  • वार: मंगलवार

  • मास (अमांत): पौष

  • मास (पूर्णिमांत): पौष

  • विक्रम संवत: 2082 (कालियुक्त)

  • शक संवत: 1947 (विश्ववासु)

  • सूर्य राशि: धनु

  • चंद्र राशि: मकर

  • ऋतु: हेमंत

  • आयन: दक्षिणायन

  • दिशाशूल: उत्तर दिशा

  • चंद्र निवास: दक्षिण दिशा

शुभ-अशुभ समय

  • शुभ मुहूर्त: 11:37 AM से 12:19 PM

  • राहुकाल: 2:36 PM से 3:56 PM

  • गुलिक काल: 11:58 AM से 1:17 PM

  • यमघंट काल: 9:19 AM से 10:39 AM

सूर्य और चंद्र विवरण

  • सूर्योदय: 6:41 AM

  • सूर्यास्त: 5:15 PM

  • चंद्र उदय: 9:12 AM

  • चंद्रास्त: 8:10 PM

त्योहार और विशेष अवसर

  • धार्मिक महत्व: तृतीया तिथि पर विशेष पूजा, व्रत और दान करने से घर में सुख-समृद्धि और मानसिक शांति आती है।

  • चंद्र दर्शन: श्रावण नक्षत्र में चंद्र दर्शन करना फलदायी माना जाता है।

पूजा-व्रत विधि

  • सुबह स्नान कर स्वच्छ वस्त्र धारण करें।

  • घर या मंदिर में देवी-देवताओं की पूजा करें।

  • दीप प्रज्वलन और तुलसी या फूल अर्पित करें।

  • दान और भजन-कीर्तन करने से पुण्य की प्राप्ति होती है।

  • शाम को आरती करें और तृतीया तिथि से जुड़ी कथा या भजन का पाठ करें।

निष्कर्ष

23 दिसंबर 2025 का दिन धार्मिक, आध्यात्मिक और सांस्कृतिक दृष्टि से विशेष है। तृतीया तिथि होने के कारण पूजा, व्रत और दान करना शुभ माना जाता है। इस दिन किए गए कर्म जीवन में शांति, सौभाग्य और आध्यात्मिक उन्नति को बढ़ाते हैं।

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Published by Sri Mandir·December 11, 2025

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