16 अक्टूबर 2025 को क्या है? जानिए इस दिन का पंचांग, व्रत और पूजा का महत्व, शुभ-अशुभ समय और आराधना से जुड़ी खास जानकारी।
16 अक्टूबर 2025 का दिन धार्मिक दृष्टि से अत्यंत शुभ माना जाता है। इस दिन की गई पूजा, व्रत और दान से जीवन में सौभाग्य, धन और सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। यह दिन ईश्वर आराधना, साधना और शुभ कार्यों के लिए विशेष फलदायी माना गया है। इस लेख में जानिए 16 अक्टूबर 2025 का धार्मिक महत्व और इससे जुड़ी खास बातें।
क्या आप जानना चाहते हैं कि 16 अक्टूबर 2025 को कौन-सा व्रत और त्योहार है और यह दिन धार्मिक दृष्टि से क्यों खास है? 16 अक्टूबर 2025, गुरुवार का दिन कृष्ण पक्ष की दशमी तिथि है। यह दिन दशमी श्राद्ध, भगवान विष्णु की पूजा और गुरुवार व्रत के लिए शुभ माना गया है। इस दिन श्रद्धालु भगवान विष्णु और बृहस्पति देव की आराधना करते हैं। जो व्यक्ति आज के दिन व्रत रखकर पीत वस्त्र धारण कर पूजा करता है, उसके जीवन में ज्ञान, समृद्धि और सौभाग्य की वृद्धि होती है।
कृष्ण पक्ष दशमी को पितृ तर्पण करने का विशेष महत्व होता है। इस दिन पितरों को जल, तिल और पके हुए अन्न का अर्पण करने से उनके आशीर्वाद की प्राप्ति होती है।
गुरुवार के दिन पीले वस्त्र धारण करना, पीले पुष्प चढ़ाना और चने की दाल या गुड़ का दान करना शुभ फलदायक होता है। यह दिन विद्यार्थियों, अध्यापकों और ज्ञान प्राप्त करने वालों के लिए विशेष लाभकारी है।
भगवान विष्णु की पूजा इस दिन अत्यंत शुभ मानी जाती है। “ॐ नमो भगवते वासुदेवाय” मंत्र का जाप करने से मन की शांति और पारिवारिक सुख की प्राप्ति होती है।
16 अक्टूबर 2025 का दिन गुरुवार और कृष्ण दशमी के संयोग से अत्यंत शुभ है। इस दिन विष्णु भगवान और बृहस्पति देव की पूजा करने से ज्ञान, धन, संतोष और समृद्धि की प्राप्ति होती है। साथ ही पितृ तर्पण करने से पूर्वजों का आशीर्वाद प्राप्त होता है और जीवन के सभी कष्ट दूर होते हैं।
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