संकट मोचन मंदिर में विरजमान बजरंगबली को प्रयागराज का कोतवाल भी कहा जाता है।
.प्रयागराज, उत्तरप्रदेश, भारत
भारत के उत्तर प्रदेश राज्य के प्रयागराज जिले में संकट मोचन मंदिर स्थित है। संगमनगरी के किनारे अकबर किले के पास बने संकट मोचन मंदिर को लेटे हनुमान जी मंदिर के नाम से भी जाना जाता है। यह हनुमान मंदिर दुनिया में एक मात्र, ऐसा मंदिर है जहां पर भगवान हनुमान जी कि लेटी हुई प्रतिमा को पूजा जाता है। कहा जाता है कि गंगा मैया प्रतिवर्ष हनुमान जी को पहला स्नान कराती हैं। ऐसा माना जाता है कि महाकुम्भ में स्नान का पुण्य, इस मंदिर में हनुमान जी के दर्शन के बाद पूरा माना जाता है। हनुमान जी को प्रयाग का कोतवाल भी कहा जाता है।
मंदिर का इतिहास
संकट मोचन मंदिर को 700 वर्ष से भी ज्यादा पुराना बताया जाता है। 16वीं शताब्दी के अंत में तुलसीदास ने पवित्र अंजीर के पेड़ के नीचे हनुमान की एक मूर्ति स्थापित की जिसे बाद में संकट मोचन हनुमान के नाम से जाना गया। यह संकटमोचन-लंका इलाके में शहर के सबसे पुराने मंदिरों में से एक है। ऐसा कहा जाता है कि गोस्वामी तुलिदासजी ने अपने महाकाव्य श्री रामचरितमानस के कुछ अंश यहीं लिखे थे। संगम नगरी में इन्हें बड़े हनुमान जी, किले वाले हनुमान जी, लेटे हनुमान जी और बांध वाले हनुमान जी के नाम से जाना जाता है।
मंदिर का महत्व
मान्यता है कि संकट मोचन मंदिर में लेटे हुए हनुमान जी के बाएं पैर के नीचे कामदा देवी, दाएं पैर के नीचे अहिरावण है। दाएं हाथ पर राम-लक्ष्मण और बाएं हाथ में गदा शोभित है। मान्यता है कि हनुमान जी के दर्शन के बाद ही महाकुम्भ में स्नान का पुण्य प्राप्त होता है। संकट मोचन मंदिर में विरजमान बजरंगबली को प्रयागराज का कोतवाल भी कहा जाता है।
मंदिर की वास्तुकला
संकट मोचन मंदिर में मुगलकालीन वास्तुकला की झलक देखने को मिलती है। हालांकि समय-समय इस मंदिर का जीर्णोद्धार कराया जाता रहा है, जिस वजह से मंदिर में आधुनिक वास्तुकला देखने को भी मिलती है। अपनी शानदार वास्तुकला के लिए जाना जाने वाला संकट मोचन मंदिर में भगवान राम और भगवान शिव की भी मूर्तियां हैं। संकट मोचन मंदिर के गर्भगृह में बजरंगबली की विशाल मूर्ति स्थापित है, जो मंदिर के धरातल से 8.10 फुट नीचे है। माना जाता है हनुमान जी की यह प्रतिमा दक्षिणाभिमुखी और 20 फीट लंबी है।
मंदिर का समय
सुबह मंदिर खुलने का समय
05:00 AM - 12:00 PMशाम में मंदिर खुलने का समय
04:00 PM - 09:30 PMमंदिर का प्रसाद
संकट मोचन मंदिर में बजरंगबली को बेसन का लड्डू, बूंदी और तुलसी की माला चढ़ाई जाती है। भक्त अपनी श्रद्धा के अनुसार फल और ड्राई फ्रूट्स भी हनुमानजी को चढ़ाते हैं।
यात्रा विवरण
मंदिर के लिए यात्रा विवरण नीचे दिया गया है