जीवन में बुराई और नकारात्मकता के विनाश के लिए शारदीय नवरात्रि षष्ठी शक्तिपीठ विशेष माँ कात्यायनी महिषासुर मर्दिनी स्तोत्र पाठ एवं नव चंडी हवन
जीवन में बुराई और नकारात्मकता के विनाश के लिए शारदीय नवरात्रि षष्ठी शक्तिपीठ विशेष माँ कात्यायनी महिषासुर मर्दिनी स्तोत्र पाठ एवं नव चंडी हवन
जीवन में बुराई और नकारात्मकता के विनाश के लिए शारदीय नवरात्रि षष्ठी शक्तिपीठ विशेष माँ कात्यायनी महिषासुर मर्दिनी स्तोत्र पाठ एवं नव चंडी हवन
जीवन में बुराई और नकारात्मकता के विनाश के लिए शारदीय नवरात्रि षष्ठी शक्तिपीठ विशेष माँ कात्यायनी महिषासुर मर्दिनी स्तोत्र पाठ एवं नव चंडी हवन
जीवन में बुराई और नकारात्मकता के विनाश के लिए शारदीय नवरात्रि षष्ठी शक्तिपीठ विशेष माँ कात्यायनी महिषासुर मर्दिनी स्तोत्र पाठ एवं नव चंडी हवन
जीवन में बुराई और नकारात्मकता के विनाश के लिए शारदीय नवरात्रि षष्ठी शक्तिपीठ विशेष माँ कात्यायनी महिषासुर मर्दिनी स्तोत्र पाठ एवं नव चंडी हवन
जीवन में बुराई और नकारात्मकता के विनाश के लिए शारदीय नवरात्रि षष्ठी शक्तिपीठ विशेष माँ कात्यायनी महिषासुर मर्दिनी स्तोत्र पाठ एवं नव चंडी हवन
शारदीय नवरात्रि षष्ठी शक्तिपीठ विशेष

माँ कात्यायनी महिषासुर मर्दिनी स्तोत्र पाठ एवं नव चंडी हवन

जीवन में बुराई और नकारात्मकता के विनाश के लिए
temple venue
शक्तिपीठ मां कात्यायनी मंदिर, मथुरा, उत्तर प्रदेश
pooja date
8 October, Tuesday, नवरात्रि षष्ठी
Warning InfoBookings has been closed for this Puja
srimandir devotees
srimandir devotees
srimandir devotees
srimandir devotees
srimandir devotees
srimandir devotees
srimandir devotees
ఇప్పటి వరకు3,00,000+భక్తులుశ్రీ మందిర్ సేవా నిర్వహించిన పూజలలో పాల్గొన్నాను.
పూజా వీడియో పొందండి icon
పూజా వీడియో పొందండి
పూర్తి పూజా వీడియో 2 రోజుల్లో పంపబడుతుంది.
సరైన ఆచారాలను అనుసరించడమైనది icon
సరైన ఆచారాలను అనుసరించడమైనది
ఆలయంలోని ఉత్తమ పూజారి గారు మీ పూజని చేస్తారు.
జపించడానికి మంత్రం icon
జపించడానికి మంత్రం
ఆశీర్వాదం పొందుటకు విశేష మంత్రాలు క్రింద తెలుపబడ్డాయి
ఆశీర్వాదం బాక్స్ icon
ఆశీర్వాదం బాక్స్
ఆశీర్వాదం బాక్స్ మీ ఇంటి వద్దకే చేర్చబడింది.

जीवन में बुराई और नकारात्मकता के विनाश के लिए शारदीय नवरात्रि षष्ठी शक्तिपीठ विशेष माँ कात्यायनी महिषासुर मर्दिनी स्तोत्र पाठ एवं नव चंडी हवन

हिंदू धर्म में नवरात्रि का विशेष महत्व है। 'नव' का अर्थ है 'नौ' और 'रात्रि' का अर्थ है 'रात', अर्थात नौ रातों तक चलने वाला यह पर्व मां दुर्गा के नौ स्वरूपों को समर्पित है। नवरात्रि का छठवां दिन मां दुर्गा के कात्यायनी स्वरूप को समर्पित है। मां कात्यायनी को अमोघ फलदायिनी के नाम से भी जाना जाता है। पौराणिक कथानुसार, महर्षि कात्यायन की कठोर तपस्या से प्रसन्न होकर मां दुर्गा ने महर्षि के यहां जन्म लिया था। महर्षि कात्यायन के यहां जन्म के कारण माता का नाम कात्यायनी पड़ा। आगे चलकर इन्हें महिषासुर मर्दिनी के नाम से भी जाना गया। महिषासुर मर्दिनी, देवी आदिशक्ति की वो स्वरूप हैं जो महिषासुर नामक राक्षस का वध करने के लिए प्रकट हुई थीं। कहा जाता है कि देवी का यह स्वरुप महिषासुर नामक राक्षस का संहार करने के लिए देव स्तुति के बाद अस्तित्व में आया। महिषासुर एक बहुत ही शक्तिशाली राक्षस था, उसे कई वरदान प्राप्त थे। एक बार वह देवों पर विजय पाने के लिए उन पर आक्रमण कर दिया। जब देव उसे परास्त नहीं कर पाएं तो वे देवी आदिशक्ति के शरण में और उनकी स्तुति करने लगें। जिसके बाद देवी का एक दिव्य रूप प्रकट हुआ और उन्होंने असुर महिषासुर का वध कर देवों को भय मुक्त किया। इसके बाद देवों ने उनके स्तुति यानि महिषासुर मर्दिनी स्तोत्र का पाठ कर उन्हें प्रसन्न किया। इसके बाद से यह मान्यता है कि देवी की आराधना से बड़े से बड़ा कष्ट तुरंत दूर हो जाता है।

वहीं बात करें अगर कात्यायनी देवी कवच की तो यह अत्यंत लाभकारी हैं। यह कवच समस्त ग्रह दोष, नकारात्मक ऊर्जा से रक्षा करता है। शास्त्रों में मां कात्यायनी का आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए माँ कात्यायनी महिषासुर मर्दिनी स्तोत्र पाठ, कवच के साथ हवन को सबसे लाभकारी बताया गया है। माना जाता है कि यदि यह अनुष्ठान 51 शक्तिपीठों में से एक मां कात्यायनी शक्तिपीठ में किया जाए तो यह अधिक फलदायी हो सकता हैं, क्योंकि भगवान श्री कृष्ण की जन्मस्थली मथुरा में स्थित यह मंदिर प्राचीन सिद्धपीठों में से एक है। पौराणिक कथानुसार, मां सती के बाल इसी स्थान पर गिरे थे, जिससे यह अत्यंत महत्वपूर्ण और प्राचीन सिद्धपीठ बन गया। इसलिए नवरात्रि के छठवें दिन पर शक्तिपीठ मां कात्यायनी मंदिर में माँ कात्यायनी महिषासुर मर्दिनी स्तोत्र पाठ, कवच एवं हवन का आयोजन किया जा रहा है। जीवन में बुराई और नकारात्मकता के विनाश के लिए श्री मंदिर के माध्यम से इस विशेष अनुष्ठान में भाग लें।

वहीं दूसरी ओर, नव चंडी हवन मां दुर्गा के नौ रूपों का सम्मान करता है और नवरात्रि के दौरान किए जाने पर इसे सबसे शुभ माना जाता है। प्राचीन ग्रंथों के अनुसार, मां दुर्गा के नौ रूपों की कृपा से, यह हवन अच्छे स्वास्थ्य, धन, समृद्धि, दीर्घायु, प्रचुरता, प्रसिद्धि, सफलता और शक्ति प्रदान करता है। यह नौ ग्रहों के हानिकारक प्रभावों को शांत करने के साथ-साथ बीमारी, खतरे और विरोधियों द्वारा हार के डर को दूर करने में भी मदद करता है। ऐसा माना जाता है कि यदि ये अनुष्ठान 51 शक्तिपीठों में से किसी एक, विशेष रूप से मां कात्यायनी शक्तिपीठ में किए जाएं, तो इससे अधिक फल मिल सकते हैं। भगवान कृष्ण की जन्मस्थली मथुरा में स्थित यह मंदिर प्राचीन सिद्धपीठों में से एक है। पौराणिक कथाओं के अनुसार, यह स्थान अत्यधिक महत्वपूर्ण हो गया क्योंकि कहा जाता है कि मां सती के बाल यहाँ गिरे थे, जिससे यह सबसे महत्वपूर्ण और प्राचीन सिद्धपीठों में से एक बन गया। इसलिए नवरात्रि के छठे दिन शक्तिपीठ मां कात्यायनी मंदिर में मां कात्यायनी महिषासुर मर्दिनी स्तोत्र पाठ एवं नव चंडी हवन का आयोजन किया जाएगा। श्री मंदिर के माध्यम से इस विशेष पूजा में भाग लें और जीवन में बुराई और नकारात्मकता के विनाश का आशीर्वाद प्राप्त करें।

शक्तिपीठ मां कात्यायनी मंदिर, मथुरा, उत्तर प्रदेश

शक्तिपीठ मां कात्यायनी मंदिर, मथुरा, उत्तर प्रदेश
मथुरा के वृंदावन में स्थापित मां कात्यायनी शक्तिपीठ मंदिर, 51 प्रतिष्ठित शक्तिपीठों में से एक है। यह मंदिर माता पार्वती को समर्पित है, जो अपने कात्यायनी रूप में हैं यहां विराजित हैं। वृंदावन में कात्यायनी देवी शक्ति पीठ की स्थापना हिंदू माह माघ की पूर्णिमा के दिन की गई थी। केशवानंद महाराज नामक एक संत ने इसका निर्माण करवाया था। वे मां कात्यायनी के परम भक्त थे। कहा जाता है कि उन्हें एक स्वप्न आया था जिसमें कात्यायनी देवी ने उनसे वृंदावन आकर मंदिर बनवाने को कहा था।

पौराणिक कथाओं के अनुसार, माता सती के देह को भगवान विष्णु द्वारा उनके सुदर्शन चक्र से काटने पर जहां जहां उनके अंग गिरे वह शक्तिपीठ के रूप में जाना गया। इस स्थान पर माता सती के बालों की लटें गिरीं थीं, इसलिए यह स्थान शक्तिपीठों में से एक माना गया। इन्हें यहाँ उमा भी कहा जाता है। इसलिए, इस मंदिर को उमा देवी शक्ति पीठ भी कहा जाता है। मान्यता है कि यहां कात्यायनी देवी की पूजा करने से लड़कियों को मनचाहा वर मिलता है। इनकी आराधना से गृहस्थ जीवन सुखमय रहता है। ऐसा कहा जाता है कि ब्रज की गोपियां भगवान कृष्ण को अपना पति बनाना चाहती थीं इसलिए, वृंदा देवी ने उन्हें देवी कात्यायनी की पूजा करने का सुझाव दिया, तब से यह परंपरा आज भी जारी है।

పూజా ప్యాకేజీని ఎంచుకోండి

व्यक्तिगत पूजा

अधिकतम 1 व्यक्ति के लिए पूजा कराएं
851
व्यक्तिगत पूजा package image

पंडित जी पूजा संकल्प के दौरान अन्य पूजा प्रतिभागियों के नाम के साथ आपके नाम एवं गोत्र का उच्चारण करेंगे।
अपनी पूजा के साथ वस्त्र दान, अन्नदान, गौ सेवा और दीप दान जैसे अतिरिक्त विकल्पों का चुनाव कर सकते हैं, जो आपके नाम से किया जाएगा।
आपकी पूजा संपन्न होने पर पूजा का वीडियो 3-4 दिनों के अंदर आपके पंजीकृत व्हाट्सएप नंबर पर भेजा जाएगा एवं आप इसे अपनी बुकिंग हिस्ट्री में जाकर भी देख सकते हैं।
पवित्र तीर्थ प्रसाद 8-10 दिनों के भीतर आपके पते पर भेज दिया जाएगा।

पार्टनर पूजा

अधिकतम 2 व्यक्ति के लिए पूजा कराएं
1251
पार्टनर पूजा package image

पंडित जी पूजा संकल्प के दौरान अन्य पूजा प्रतिभागियों के साथ आपके परिवार के 2 सदस्यों के नाम व गोत्र का उच्चारण करेंगे।
अपनी पूजा के साथ वस्त्र दान, अन्नदान, गौ सेवा और दीप दान जैसे अतिरिक्त विकल्पों का चुनाव कर सकते हैं, जो आपके नाम से किया जाएगा।
आपकी पूजा संपन्न होने पर पूजा का वीडियो 3-4 दिनों के अंदर आपके पंजीकृत व्हाट्सएप नंबर पर भेजा जाएगा एवं आप इसे अपनी बुकिंग हिस्ट्री में जाकर भी देख सकते हैं।
पवित्र तीर्थ प्रसाद 8-10 दिनों के भीतर आपके पते पर भेज दिया जाएगा।

पारिवारिक पूजा

अधिकतम 4 सदस्यों के लिए पूजा कराएं
2001
पारिवारिक पूजा  package image

पंडित जी पूजा संकल्प के दौरान अन्य पूजा प्रतिभागियों के साथ आपके परिवार के 4 सदस्यों के नाम व गोत्र का उच्चारण करेंगे।
शक्तिपीठ मां कात्यायनी मंदिर में मां कात्यायनी को फल, मिठाई और सूखे मेवे का भोग चढ़ाया जाएगा।
अपनी पूजा के साथ वस्त्र दान, अन्नदान, गौ सेवा और दीप दान जैसे अतिरिक्त विकल्पों का चुनाव कर सकते हैं, जो आपके नाम से किया जाएगा।
आपकी पूजा संपन्न होने पर पूजा का वीडियो 3-4 दिनों के अंदर आपके पंजीकृत व्हाट्सएप नंबर पर भेजा जाएगा एवं आप इसे अपनी बुकिंग हिस्ट्री में जाकर भी देख सकते हैं।
पवित्र तीर्थ प्रसाद 8-10 दिनों के भीतर आपके पते पर भेज दिया जाएगा।

संयुक्त परिवार पूजा

अधिकतम 6 सदस्यों के लिए पूजा कराएं
3001
संयुक्त परिवार पूजा package image

पंडित जी पूजा संकल्प के दौरान अन्य पूजा प्रतिभागियों के साथ आपके परिवार के 6 सदस्यों के नाम व गोत्र का उच्चारण करेंगे।
शक्तिपीठ मां कात्यायनी मंदिर में मां कात्यायनी को पुष्पांजलि के साथ फल, मिठाई और सूखे मेवे से युक्त भोग अर्पित किया जाएगा
अपनी पूजा के साथ वस्त्र दान, अन्नदान, गौ सेवा और दीप दान जैसे अतिरिक्त विकल्पों का चुनाव कर सकते हैं, जो आपके नाम से किया जाएगा।
आपकी पूजा संपन्न होने पर पूजा का वीडियो 3-4 दिनों के अंदर आपके पंजीकृत व्हाट्सएप नंबर पर भेजा जाएगा एवं आप इसे अपनी बुकिंग हिस्ट्री में जाकर भी देख सकते हैं।
पवित्र तीर्थ प्रसाद 8-10 दिनों के भीतर आपके पते पर भेज दिया जाएगा।

సమీక్షలు & రేటింగ్స్

శ్రీ మందిరం గురించి మన ప్రియమైన భక్తులు ఏమనుకుంటున్నారో చదవండి.
User Image

Achutam Nair

Bangalore
User review
User Image

Ramesh Chandra Bhatt

Nagpur
User review
User Image

Aperna Mal

Puri
User review
User Image

Shivraj Dobhi

Agra
User review
User Image

Mukul Raj

Lucknow

తరచుగా అడిగే ప్రశ్నలు