🚩 क्या आप 2025 में अपनी सभी इच्छाओं को पूरा करना चाहते हैं? ✨
👉2025 की इस पहली दुर्गा अष्टमी पूजा में भाग लें 🙏
हिंदू धर्म में, हर महीने की शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि को मासिक दुर्गा अष्टमी के रूप में मनाया जाता है। यह दिन देवी दुर्गा को समर्पित है। मान्यता है कि इस दिन देवी व उनके विभिन्न रूपों की पूजा करने से सभी इच्छाएँ पूरी होती हैं। महाविद्याएँ देवी दुर्गा के उग्र रूप हैं जिनमें एक माँ कामेश्वरी हैं। जैसा कि नाम से ही प्रतीत होता है "काम" यानी इच्छाएँ और "ईश्वरी" यानी देवी के रूप में पूजी जाने वाली, जो अपने भक्तों की इच्छाओं को पूरा करती हैं। वह पूरे ब्रह्मांड की आदिशक्ति का प्रतिनिधित्व करती हैं, जो सृजन, संरक्षण और विनाश की ऊर्जाओं को मूर्त रूप देती हैं। इनकी पूजा से, भक्त सकारात्मक ऊर्जा को आकर्षित कर सकते हैं जो जीवन में उनके इच्छाओं को प्राप्त करने में सहायता करती हैं।
इसलिए, साल 2025 की पहली दुर्गा अष्टमी पर काशी के श्री कामाख्या देवी मंदिर में मां कामेश्वरी तंत्र युक्त पूजा और यज्ञ का आयोजन किया जाएगा। मां कामेश्वरी का दिव्य आशीर्वाद प्राप्त करके नए साल की शुरुआत करने का यह एक दुर्लभ व शुभ अवसर है। मां कामेश्वरी की पूजा और यज्ञ के दौरान मंत्रों का जाप मानसिक, शारीरिक और आध्यात्मिक क्षेत्रों में प्रगति का मार्ग खोलता है। यह पूजा मां कामाख्या की अनंत शक्तियों का आह्वान करती है और भक्तों को धन, सुख, शांति और आध्यात्मिक विकास का आशीर्वाद देती है। यह पूजा उन लोगों के लिए विशेष रूप से महत्वपूर्ण है जो बार-बार आने वाली बाधाओं, नकारात्मक ऊर्जाओं और असफलताओं से राहत चाहते हैं। मां कामाख्या का आशीर्वाद भक्तों को साहस, स्पष्टता और सकारात्मक दृष्टिकोण प्रदान करता है, जिससे वे अपने लक्ष्यों की ओर दृढ़ता से आगे बढ़ पाते हैं। इसके अलावा यह अनुष्ठान पारिवारिक मुद्दों, वैवाहिक कलह और करियर से संबंधित चुनौतियों को हल करने में मदद करता है। मां की कृपा से, भक्त जीवन के सभी क्षेत्रों में सफलता प्राप्त करते हैं, अपने जीवन को आनंद और समृद्धि से भर देते हैं। श्री मंदिर के माध्यम से इस पूजा में भाग लें और माँ कामाख्या का दिव्य आशीर्वाद प्राप्त करें।