हिंदू धर्म में शनिवार का दिन शनिदेव को समर्पित है और इस दिन उनकी पूजा करने का विशेष महत्व है। यह दिन मां दुर्गा के उग्र स्वरूपों यानी 10 महाविद्याओं की विशेष पूजा के लिए भी बेहद शुभ माना जाता है। इनमें आठवीं महाविद्या मां बगलामुखी भी शामिल हैं, जिन्हें दुश्मनों के मन और बुद्धि को नियंत्रित करने की क्षमता के लिए जाना जाता है। माना जाता है कि माँ बगलामुखी की पूजा करने से शत्रुओं का नाश होता है। उनकी पूजा से बड़ी-बड़ी विपत्तियाँ और शत्रुओं से होने वाले खतरे टल जाते हैं। मान्यता है कि तांत्रिक विधि से माँ बगलामुखी की विशेष पूजा करने से शत्रुओं पर विजय, सरकारी कामों में सफलता, आर्थिक लाभ और कोर्ट-कचहरी के मामलों में जीत का आशीर्वाद मिलता है।
ऐसे में इस शुभ अवसर पर जहां मां बगलामुखी की पूजा करने से कोर्ट-कचहरी के मामलों में जीत का आशीष हासिल कर सकते हैं वहीं दूसरी ओर, न्याय के देवता कहे जाने वाले शनि देव की अराधना से भी कोर्ट-कचहरी के मामलों में जीत का आशीर्वाद मिलता है। मान्यता है कि शनिदेव को तिल तेल अर्पित करने से भक्तों को कष्टों से मुक्ति मिलती है और उनकी सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं। विशेष रुप से शनिवार को तिल तेल से अभिषेक करना और भी ज्यादा फलदायी माना जाता है। वहीं शनिदेव के साथ मां बगलामुखी की पूजा करने से भक्तों को कोर्ट-कचहरी के मामलों में सफलता और शत्रुओं पर विजय का आशीर्वाद मिलता है। इसलिए शनिवार को उज्जैन के मां बगलामुखी मंदिर और श्री नवग्रह शनि मंदिर में मां बगलामुखी तंत्र युक्त हवन और शनि तिल तेल अभिषेक का आयोजन किया जाएगा। श्री मंदिर के माध्यम से इस पूजा में भाग लें और दुश्मनों पर विजय और कोर्ट-कचहरी के मामलों में जीत के लिए मां बगलामुखी और शनि देव का आशीर्वाद प्राप्त करें।