🔴 मंगल के इस विशेष वर्ष में, विशेष पूजा के माध्यम से मंगल ग्रह के नकारात्मक प्रभावों से पाएं पूर्ण मुक्ति🔱✨
ज्योतिष के अनुसार, 2025 मंगल का साल है क्योंकि इसके अंकों का योग 9 है, जो इस उग्र ग्रह द्वारा शासित संख्या है। वैदिक ज्योतिष में मंगल को नौ प्रमुख ग्रहों का सेनापति कहा गया है। इसे साहस, पराक्रम, शक्ति और ऊर्जा का कारक माना जाता है। ऐसी मान्यता है कि यदि किसी व्यक्ति की कुंडली में मंगल शुभ स्थिति में हो, तो वह साहसी, निडर और कुशल नेतृत्व क्षमता से संपन्न होता है। इसके विपरीत, कुंडली में मंगल की अशुभ स्थिति व्यक्ति के स्वभाव में अत्यधिक आक्रामकता ला सकती है, जिससे उसके जीवन में बार-बार संघर्ष और शत्रुता की स्थितियाँ उत्पन्न हो सकती हैं। ज्योतिषशास्त्र के अनुसार, मंगल कुंडली के विभिन्न भावों में स्थित होकर अलग-अलग प्रभाव डालता है। वहीं ज्योतिषियों की मानें तो, सातवें भाव में मंगल की स्थिति विवाह में बाधा या जीवनसाथी के साथ तनाव का कारण बन सकती है। पहले भाव में मंगल की उपस्थिति व्यक्ति को अक्रामक और अहंकारी बना सकती है, क्योंकि कुंडली का पहला भाव व्यक्ति के संपूर्ण व्यक्तित्व का प्रतिनिधित्व करता है। यही कारण है कि मंगल की अशुभ स्थिति व्यक्ति के जीवन में कई शत्रुओं का निर्माण भी कर सकती है, जिससे जीवन में कई प्रकार की बाधाएँ उत्पन्न होती हैं।
🙏 मंगल के प्रभावों को कम करने के लिए क्यों जरूरी है भगवान हनुमान की उपासना? 🏹🚩
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, मंगल ग्रह के अशुभ प्रभावों से बचने और राहत पाने के लिए भगवान हनुमान की पूजा करनी चाहिए, क्योंकि हनुमान जी को मंगल ग्रह का स्वामी माना जाता है। मान्यता है कि मंगल ग्रह शांति मंत्र जाप एवं शत्रुंजय हनुमत स्तोत्रम् हवन करने से मंगल के अशुभ प्रभावों से मुक्ति मिलती है। शत्रुंजय हनुमत स्तोत्रम् एक अत्यंत प्रभावशाली स्तोत्र है, जिसके पाठ से साधक के समस्त शत्रु, विरोधी, आलोचक और व्याधियों का नाश हो जाता है। मान्यता है कि रावण से युद्ध से पहले भगवान श्रीराम ने भी इस स्तोत्र का पाठ किया था। अगर यह अनुष्ठान मंगल के साल में खास मंगलवार को किया जाए तो इसका प्रभाव कई गुना बढ़ जाता है, क्योंकि मंगलवार का दिन मंगल ग्रह और हनुमान जी दोनों की पूजा के लिए अत्यंत शुभ माना गया है। इसी उद्देश्य से उज्जैन स्थित मंगलनाथ महादेव मंदिर में मंगलवार को 7000 मंगल ग्रह शांति मंत्र जाप एवं शत्रुंजय हनुमत स्तोत्रम् हवन का आयोजन किया जा रहा है। यदि आप भी क्रोध को नियंत्रित करने और विवादों से मुक्ति पाने का मार्ग खोज रहे हैं, तो श्री मंदिर के माध्यम से इस विशेष पूजा में भाग लें और इन सभी परेशानियों से छुटकारा पाने का आशीर्वाद प्राप्त करें।