🛡️ शत्रु पर विजय और न्याय की प्राप्ति – शनि जयंती के दिन पाएं दो शक्तिशाली महाशक्तियों का आशीष
शनि जयंती ज्येष्ठ मास की अमावस्या तिथि को मनाई जाती है और यह दिन धार्मिक, आध्यात्मिक और ज्योतिषीय दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण माना जाता है। इस दिन को भगवान शनि देव के जन्मदिवस के रूप में मनाया जाता है। वह सूर्य देव और उनकी पत्नी छाया के पुत्र है। भगवान शनि को न्याय का देवता माना गया है, जो व्यक्ति के कर्मों के अनुसार फल प्रदान करते हैं। चाहे वे अच्छे हों या बुरे, ज्योतिष के अनुसार, शनि की उपस्थिति किसी के जीवन में उन्नति का माध्यम भी बन सकती है और कठिन परीक्षाओं का कारण भी ऐसे में शनि जयंती के दिन शनि देव की पूजा करने से शनि की अशुभ छाया शांत होती है और जीवन में स्थिरता, सफलता व समृद्धि का मार्ग प्रशस्त होता है। यह दिन केवल भगवान शनि ही नहीं, बल्कि मां दुर्गा के उग्र स्वरूपों यानी दस महाविद्याओं की विशेष पूजा के लिए भी अत्यंत शुभ माना जाता है। इनमें आठवीं महाविद्या मां बगलामुखी भी सम्मिलित हैं, जिन्हें शत्रुओं की बुद्धि, वाणी और शक्ति को नियंत्रित करने वाली देवी के रूप में जाना जाता है। मां बगलामुखी की पूजा शत्रु बाधाओं को समाप्त करने के लिए की जाती है। उनकी कृपा से जीवन की बड़ी विपत्तियाँ शांत होती हैं और विरोधियों से सुरक्षा प्राप्त होती है।
ऐसा माना जाता है कि तंत्र मार्ग से की गई मां बगलामुखी की विशेष पूजा से शत्रुओं पर विजय, सरकारी कार्यों में सफलता, धन की प्राप्ति और कोर्ट-कचहरी के मामलों में अनुकूल निर्णय प्राप्त होते हैं। ऐसे शुभ अवसर पर जहां एक तरफ मां बगलामुखी की पूजा कोर्ट केस में जीत का आशीर्वाद दिला सकती है, वहीं दूसरी ओर, न्याय के देवता माने जाने वाले शनिदेव की आराधना से भी न्यायिक मामलों में विजय प्राप्त होती है। इसके लिए शनिदेव को प्रसन्न करने हेतु विभिन्न अनुष्ठान किए जाते हैं, जिनमें प्रमुख है तिल तेल से उनका अभिषेक करना। ऐसा माना जाता है कि शनिदेव को तिल का तेल चढ़ाने से भक्तों के कष्ट दूर होते हैं और उनकी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। विशेष रूप से शनि जयंती के दिन यह अभिषेक अत्यंत फलदायी माना गया है। इसीलिए इस शुभ संयोग के दिन उज्जैन स्थित माँ बगलामुखी मंदिर और श्री नवग्रह शनि मंदिर में एक विशेष अनुष्ठान का आयोजन किया जा रहा है, जिसमें माँ बगलामुखी तंत्र युक्त हवन और शनि तिल तेल अभिषेक शामिल हैं। आप भी श्री मंदिर के माध्यम से इस विशेष पूजा में भाग लें और शत्रुओं पर विजय तथा कोर्ट-कचहरी के मामलों में सफलता हेतु माँ बगलामुखी एवं शनिदेव का आशीर्वाद प्राप्त करें।