सनातन धर्म में माता लक्ष्मी का विशेष स्थान है। शुक्रवार के दिन धन की देवी माता लक्ष्मी की पूजा करने की परंपरा है। मान्यता है कि इस दिन माता लक्ष्मी की पूजा करने से भक्तों को भौतिक समृद्धि और पुराने कर्जों से मुक्ति का वरदान मिलता है। शास्त्रों के अनुसार, इस दिन लक्ष्मी पूजा करने से मां लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं और धन-समृद्धि का आशीर्वाद देती हैं। धार्मिक ग्रंथों की मानें तो मां लक्ष्मी को प्रसन्न करने और उनका आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए महालक्ष्मी मंत्र का जाप करना अत्यंत लाभकारी होता है। मान्यता है कि शुक्रवार के दिन महालक्ष्मी मंत्र का जाप करने से भक्तों को अपार धन की प्राप्ति होती है और साथ ही साथ उन्हें देवी लक्ष्मी द्वारा सभी प्रकार की आर्थिक बाधाओं से सुरक्षा मिलती है।
वहीं देवी लक्ष्मी के आठ स्वरूपों में से एक है वैभव लक्ष्मी। लक्ष्मी जी के इस स्वरूप को वैभव देने वाला माना गया है। मान्यता है कि मां लक्ष्मी के इस स्वरूप की पूजा-अर्चना करने से दरिद्रता से राहत मिलती है और घर में वैभव का आगमन होता है। ऐसे में शुक्रवार पर 11,000 महालक्ष्मी मंत्र जाप, वैभव लक्ष्मी पूजा एवं हवन करना अत्यंत फलदायी हो सकता है। मान्यताओं के अनुसार, यदि यह पूजा किसी शक्तिपीठ में की जाए तो कई गुना फल की प्राप्ति हो सकती है। इसलिए शुक्रवार के दिन शक्तिपीठ मां महालक्ष्मी अंबाबाई मंदिर में 11,000 महालक्ष्मी मंत्र जाप, वैभव लक्ष्मी पूजा एवं हवन का आयोजन किया जा रहा है। यह मंदिर पवित्र 51 शक्तिपीठों में से एक है। इस मंदिर में केवल भक्त ही नहीं बल्कि सूर्य देव भी साल में तीन बार माँ महालक्ष्मी को प्रणाम करने आते है। मान्यता है कि इस मंदिर में जो भी भक्त पूजा करते हैं, उन्हें जीवन में कभी भी धन की कमी नहीं होती है। ऐसे में आप भी श्री मंदिर के माध्यम से 11,000 महालक्ष्मी मंत्र जाप, वैभव लक्ष्मी पूजा एवं हवन में भाग लें और मां लक्ष्मी से जीवन में प्रचुर धन एवं आनंद प्राप्ति का आशीर्वाद प्राप्त करें।