सनातन धर्म में पूर्णिमा व्रत का बहुत महत्व है। यह दिन अपने आप में ही बेहद शुभ माना गया है इस दिन कोई भी शुभ कार्य या पूजा का फल कई गुना ज्यादा प्राप्त होता है। वैशाख माह की पूर्णिमा तिथि पर भगवान बुद्ध का जन्म हुआ था इसलिए इसे वैशाख पूर्णिमा के रूप में मनाया जाता है। इस अत्यंत शुभ दिन पर मां कामख्या की पूजा करने से रिश्तों में उत्पन्न विवाद एवं गलतफहमियों को दूर करने, असीम प्रेम की प्राप्ति तथा आर्थिक समृद्धि का आशीष प्राप्त होता है। दिनांक 23 मई 2024, बुधवार को गुवाहाटी में स्थित माँ शक्तिपीठ कामाख्या मंदिर के आचार्यों द्वारा यह महायज्ञ आयोजित की जाएगी। श्री मंदिर के माध्यम से इस महायज्ञ में भाग लें और मां कामाख्या के आशीष से जीवन में खुशहाली का आर्शीवाद प्राप्त करें।
पूजा से पहले भारतीय समयानुसार सुबह 7:30 बजे मंदिर की लाइव परिक्रमा आयोजित की जाएगी और इसमें शामिल होने के लिए आपके साथ एक लिंक शेयर किया जाएगा। पूजा के लिए आपका नाम एवं गोत्र का संकल्प मंदिर के प्रांगण में लिया जाएगा, जिसके बाद पंडित जी आपके नाम एवं गोत्र संकल्प पत्र को गर्भगृह के अंदर ले जाएंगे और पूजा करेंगे। जिसके बाद पंडित जी यज्ञशाला में आपका यज्ञ शुरू करेंगे। यज्ञशाला में किए गए इस यज्ञ का 5 मिनट का अंश आपके साथ शेयर किया जाएगा।