लंबे समय से शत्रुओं की चालाकियों के सामने पराजित हो रहे हो? बगलामुखी जयंती पर माँ बगलामुखी की आराधना से प्राप्त करें विजयश्री का आशीर्वाद और शत्रु बाधाओं से मुक्ति 💪🌸
माँ बगलामुखी, जो कि दस महाविद्याओं में से आठवीं देवी के रूप में पूजनीय हैं, उनकी जयंती इस वर्ष 5 मई 2025 को है। इस दिन भक्त माँ की कृपा प्राप्ति के लिए विशेष अनुष्ठान करते हैं। माँ की शक्ति और ऊर्जा का आह्वान हर भक्त अपने जीवन में करता है, क्योंकि ऐसा माना जाता है कि माँ शत्रुओं की चालाकी और वार को निष्क्रिय करके अपने भक्तों की हर समस्या और विपत्ति से रक्षा करती हैं। कहा जाता है कि जो भी भक्त विशेष रूप से माँ बगलामुखी जयंती पर श्रद्धा से माँ की आराधना करता है, वह माँ के आशीर्वाद से विजयश्री, साहस और शक्ति की प्राप्ति करता है। बगलामुखी जयंती के संदर्भ में यह भी मान्यता है कि इसी दिन माँ ने हरिद्रा सरोवर से दिव्य रूप में प्रकट होकर सम्पूर्ण सृष्टि की रक्षा की थी।
पौराणिक कथा के अनुसार, सतयुग में जब पृथ्वी पर जब मदन नाम के असुर ने हाहाकर मचा दिया था, तब भगवान विष्णु इस संकट का समाधान जानने भगवान शिव के पास पहुँचे। शिव ने बताया कि इस राक्षस का संहार केवल आदिशक्ति ही कर सकती हैं। भगवान विष्णु की घोर तपस्या से प्रसन्न होकर श्रीविद्या ने माँ बगलामुखी के रूप में प्रकट होकर राक्षस का संहार करके समस्त प्राणियों की रक्षा की और पृथ्वी को विनाश से बचाया। तभी से बगलामुखी जयंती को माँ बगलामुखी की साधना के लिए सर्वोत्तम अवसर माना जाने लगा। तभी से बगलामुखी जयंती के दिन देवी की साधना को विशेष महत्व दिया जाता है, क्योंकि वे शत्रु नाश, संकट निवारण और दैवीय सुरक्षा प्रदान करने वाली देवी मानी जाती हैं।
ऐसी मान्यता है कि माँ की आराधना से नज़र दोष, शत्रु बाधा, कानूनी लड़ाईयों में विजयश्री प्राप्त होती है। साथ ही नकारात्मक शक्तियों से रक्षा, वाणी में प्रभाव, मन में स्थिरता और जीवन में विजय का आशीर्वाद भी मिलता है। इसीलिए उज्जैन के मां बगलामुखी मंदिर में माँ को प्रसन्न करने हेतु शास्त्रों में वर्णित सबसे प्रभावी अनुष्ठानों का आयोजन किया जा रहा है, जिनमें बगलामुखी रक्षा शक्ति पूजा तथा मदन-मर्दिनी माँ बगलामुखी रक्षा कवच यज्ञ विशेष रूप से उल्लेखनीय हैं। मान्यता है कि इन अनुष्ठानों के माध्यम से माँ बगलामुखी की शत्रुनाशक शक्तियों का आह्वान किया जाता है, जिससे भक्त अपने जीवन में व्याप्त शत्रु बाधा, कानूनी रंजिशों और संघर्षों में विजय प्राप्त कर सकते हैं। आप भी बगलामुखी जयंती के इस दुर्लभ अवसर को न चूकें। श्री मंदिर के माध्यम से इस पवित्र अनुष्ठान में भाग लें और माँ बगलामुखी की विशेष कृपा प्राप्त करें।