गलत फैसलों के कारण मानसिक अशांति से जूझ रहे हैं? स्वाति नक्षत्र में राहु शांति जाप और हवन से स्थिरता और सफलता का आशीर्वाद प्राप्त करें 🌌🧘‍♂️
गलत फैसलों के कारण मानसिक अशांति से जूझ रहे हैं? स्वाति नक्षत्र में राहु शांति जाप और हवन से स्थिरता और सफलता का आशीर्वाद प्राप्त करें 🌌🧘‍♂️
गलत फैसलों के कारण मानसिक अशांति से जूझ रहे हैं? स्वाति नक्षत्र में राहु शांति जाप और हवन से स्थिरता और सफलता का आशीर्वाद प्राप्त करें 🌌🧘‍♂️
गलत फैसलों के कारण मानसिक अशांति से जूझ रहे हैं? स्वाति नक्षत्र में राहु शांति जाप और हवन से स्थिरता और सफलता का आशीर्वाद प्राप्त करें 🌌🧘‍♂️
गलत फैसलों के कारण मानसिक अशांति से जूझ रहे हैं? स्वाति नक्षत्र में राहु शांति जाप और हवन से स्थिरता और सफलता का आशीर्वाद प्राप्त करें 🌌🧘‍♂️
गलत फैसलों के कारण मानसिक अशांति से जूझ रहे हैं? स्वाति नक्षत्र में राहु शांति जाप और हवन से स्थिरता और सफलता का आशीर्वाद प्राप्त करें 🌌🧘‍♂️
गलत फैसलों के कारण मानसिक अशांति से जूझ रहे हैं? स्वाति नक्षत्र में राहु शांति जाप और हवन से स्थिरता और सफलता का आशीर्वाद प्राप्त करें 🌌🧘‍♂️
राहु का नक्षत्र विशेष

राहु शांति जाप और हवन

मानसिक स्थिरता और सफलता के आशीर्वाद के लिए
temple venue
राहु पैठाणी मंदिर, उज्जैन, मध्य प्रदेश
pooja date
பூஜை முன்பதிவு முடிவடையும்
Day
Hour
Min
Sec
slideslideslide
srimandir devotees
srimandir devotees
srimandir devotees
srimandir devotees
srimandir devotees
srimandir devotees
srimandir devotees
இப்போது வரை3,00,000+பக்தர்கள்ஶ்ரீ மந்திர் பூஜா சேவை நடத்தும் பூஜைகளில் கலந்துகொண்டவர்கள்
பூஜை வீடியோவைப் பெறுக. icon
பூஜை வீடியோவைப் பெறுக.
முழுமையான பூஜை வீடியோ 2 நாட்களுக்குள் பகிரப்படும்.
முறையான சடங்குகள் பின்பற்றப்பட்டன. icon
முறையான சடங்குகள் பின்பற்றப்பட்டன.
கோவிலில் இருந்து ஒரு சிறந்த பண்டிதர் உங்கள் பூஜையைச் செய்வார்.
உச்சரிப்பதற்கான மந்திரம் icon
உச்சரிப்பதற்கான மந்திரம்
ஆசீர்வாதம் பெற கீழே சிறப்பு மந்திரங்கள் பகிரப்பட்டுள்ளன.
ஆசீர்வாதப் பெட்டி icon
ஆசீர்வாதப் பெட்டி
உங்கள் வீட்டு வாசலிலேயே ஆசீர்வாதப் பெட்டியைப் பெறுங்கள்.

गलत फैसलों के कारण मानसिक अशांति से जूझ रहे हैं? स्वाति नक्षत्र में राहु शांति जाप और हवन से स्थिरता और सफलता का आशीर्वाद प्राप्त करें 🌌🧘‍♂️

ज्योतिष के अनुसार स्वाति नक्षत्र राहु की ऊर्जा को शांत करने वाला अत्यंत शुभ नक्षत्र माना जाता है। इस दुर्लभ संयोग के अवसर पर राहु के नकारात्मक प्रभावों को कम करने के लिए एक विशेष राहु शांति जाप और हवन का आयोजन किया जा रहा है। वैदिक ज्योतिष के अनुसार, राहु एक शक्तिशाली और रहस्यमयी ग्रह है। जब इसकी स्थिति कुंडली में अशुभ होती है, तब यह व्यक्ति के मन में बेचैनी, आत्मविश्वास की कमी, गलत निर्णय और भावनात्मक अस्थिरता पैदा करता है। राहु के प्रभाव में रहने वाले लोग कई बार बाधाओं, उलझनों और समाज में अपमान जैसी स्थितियों का सामना करते हैं।

लेकिन जब राहु शुभ स्थिति में होता है, तब यह व्यक्ति को अप्रत्याशित सफलता, प्रसिद्धि और भौतिक सुख-सुविधाएँ भी देता है। इसलिए स्वाति नक्षत्र में किया गया यह विशेष अनुष्ठान राहु की ऊर्जा को संतुलित कर जीवन में स्थिरता लाने में सहायक माना जाता है। शास्त्रों में बताया गया है कि स्वाति नक्षत्र स्वतंत्रता, मानसिक स्पष्टता और भ्रम से मुक्ति का प्रतीक है। इस नक्षत्र में राहु की पूजा करने से मन की एकाग्रता बढ़ती है और ग्रहों से उत्पन्न अस्थिरता दूर होती है। साथ ही यह भी कहा गया है कि भगवान शिव राहु के अधिपति हैं, और उनके उग्र रूप की आराधना करने से राहु के नकारात्मक प्रभाव शांत होकर मन और जीवन में संतुलन स्थापित होता है।

इसी कारण, स्वाति नक्षत्र के इस शुभ समय पर राहु से संबंधित समस्याओं का समाधान पाने के लिए राहु शांति जाप और हवन का आयोजन किया जा रहा है। यह पवित्र अनुष्ठान उत्तराखंड के प्रसिद्ध राहु पैठाणी मंदिर में होगा, जो भारत के कुछ ऐसे दुर्लभ स्थलों में से एक है जहाँ भगवान शिव और राहु दोनों की संयुक्त पूजा की जाती है। इस कारण यहाँ किया गया अनुष्ठान अत्यंत फलदायी माना जाता है। यदि आपकी कुंडली में राहु के कारण भ्रम, चिंता या असफलता बनी हुई है, तो यह समय भगवान की कृपा पाने का सर्वोत्तम अवसर है।

श्री मंदिर के माध्यम से इस शुभ स्वाति नक्षत्र पर इस विशेष पूजा में भाग लें और मानसिक स्थिरता, स्पष्ट निर्णय शक्ति और सफलता के आशीर्वाद प्राप्त करें।

राहु पैठाणी मंदिर, उज्जैन, मध्य प्रदेश

राहु पैठाणी मंदिर, उज्जैन, मध्य प्रदेश
उत्तराखंड में स्थित राहु पैठाणी मंदिर भारत के उन चुनिंदा मंदिरों में से एक है जहां राहु की पूजा की जाती है। पौराणिक कथा के अनुसार, राहु और केतु असुर स्वरभानु के शरीर के भाग हैं। समुद्र मंथन के दौरान स्वरभानु ने देवताओं की पंक्ति में बैठकर छल से अमृत पी लिया, जिसे भगवान विष्णु ने अपने सुदर्शन चक्र से उसका सिर धड़ से अलग कर दिया था, ताकि वह अमर न हो सके। हालांकि, अमृत का स्वाद चखने के कारण स्वरभानु अमर हो गया। स्वरभानु के शरीर का निचला हिस्सा केतु और ऊपरी हिस्सा सिर वाला भाग राहु बन गया। यह सिर वाला हिस्सा सुदर्शन चक्र से कटने के बाद पौड़ी जिले में गिरा, जहां यह मंदिर स्थित है और यही राहु मंदिर के नाम से प्रसिद्ध है।

यहां की मान्यता के अनुसार, राहु के कारण उत्पन्न होने वाले दोषों से मुक्ति पाने के लिए लोग इस मंदिर में पूजा करते हैं। विशेष रूप से कालसर्प दोष, राहु-केतु दोष और राहु महादशा से राहत पाने के लिए श्रद्धालु यहां पूजा-अर्चना करते हैं। कुछ कथाओं में कहा जाता है कि इस मंदिर का निर्माण आदि शंकराचार्य जी ने करवाया था, जबकि एक अन्य कथा के अनुसार पांडवों ने अपनी स्वर्गारोहिणी यात्रा के दौरान इस मंदिर का निर्माण कराया था, ताकि राहु दोष से मुक्ति मिल सके और वे भगवान शिव तथा राहु की पूजा कर सकें।

மதிப்புரைகள் மற்றும் மதிப்பீடுகள்

நம் அன்பு பக்தர்கள் ஸ்ரீ மந்திரைப் பற்றித் தந்திருக்கும் கருத்துகளைப் படித்துப் பாருங்கள்
User Image

Achutam Nair

Bangalore
User review
User Image

Ramesh Chandra Bhatt

Nagpur
User review
User Image

Aperna Mal

Puri
User review
User Image

Shivraj Dobhi

Agra
User review
User Image

Mukul Raj

Lucknow

அடிக்கடி கேட்கப்படும் கேள்விகள்