सनातन धर्म में सभी देवी देवताओं का अपना अलग महत्व है। जिनमें गणेश, लक्ष्मी और सरस्वती ये दिव्य त्रिमूर्ति सफलता, बुद्धि और समृद्धि का प्रतीक है। गणेशजी, विघ्नहर्ता और बुद्धि प्रदाता हैं, जो हर कार्य में सफलता का आशीर्वाद देते हैं। माँ लक्ष्मी धन, ऐश्वर्य और सौभाग्य की देवी हैं, जो जीवन में वित्तीय स्थिरता और उन्नति लाती हैं। वहीं, माँ सरस्वती ज्ञान, संगीत और सृजनात्मकता की अधिष्ठात्री देवी हैं, जो अध्ययन, करियर और आध्यात्मिक उन्नति में सहायता करती हैं। इसलिए त्रिमूर्ति की पूजा एक संपूर्ण और संतुलित जीवन का मार्ग प्रशस्त करती है। इस वर्ष पहली बार यह 3-दिवसीय सिद्धि अनुष्ठान का आयोजन किया जा रहा है, जो गहन ऊर्जा और प्रतिबद्धता से युक्त है। यह न केवल विद्या, व्यापार और वित्तीय उन्नति के लिए बल्कि आध्यात्मिक प्रगति के लिए भी अत्यंत फलदायी है।
माना जाता है कि तीन दिनों तक चलने वाले सिद्धि, बुद्धि और लक्ष्मी पूजन एवं महायज्ञ से भक्तों के व्यक्तिगत और व्यावसायिक जीवन में उन्नति, निर्णय क्षमता में सुधार, आर्थिक समृद्धि और आध्यात्मिक चेतना का लाभ मिलता है। यह अनुष्ठान विशेष रूप से व्यवसायियों, छात्रों, कलाकारों और पेशेवरों के लिए उपयुक्त है, क्योंकि यह सकारात्मक ऊर्जा को बढ़ाने, बाधाओं को दूर करने और नए अवसरों के द्वार खोलने में सहायक होते हैं।
🔹पहले दिन विघ्नहर्ता गणपति का आह्वान किया जाएगा, जिससे इनकी कृपा से भक्तों को सभी कार्यों में सफलता प्राप्त होगा। इसके अलावा मानसिक स्पष्टता, बाधाओं का नाश, सकारात्मक ऊर्जा और सौभाग्य में वृद्धि भी होती है।
🔹दूसरे दिन माता लक्ष्मी का आह्वान किया जाएगा, जिससे वैभव, ऐश्वर्य और स्थायी वित्तीय स्थिरता के साथ साथ धन वृद्धि, व्यापार में सफलता का आशीष प्राप्त होगा।
🔹तीसरे दिन देवी सरस्वती का आह्वान किया जाएगा, जिससे पढ़ाई, कला, संगीत, ज्ञान में उन्नति, निर्णय क्षमता में वृद्धि, शिक्षा में प्रगति, आध्यात्मिक जागृति और मानसिक संतुलन का आशीष प्राप्त होता है।
मान्यता है कि इस 3-दिवसीय साधना से मनोबल और आत्मविश्वास में वृद्धि होगी, जिससे करियर में सफलता, रिश्तों में मधुरता और जीवन में समृद्धि आएगी। यह त्रिमूर्ति पूजा व्यापार, शिक्षा, धन और आध्यात्मिक उन्नति के लिए एक परिपूर्ण समाधान है। यदि आप जीवन में सर्वोच्च सिद्धि, बुद्धि और लक्ष्मी का आशीर्वाद प्राप्त करना चाहते हैं, तो इस 3-दिवसीय अनुष्ठान में श्री मंदिर के माध्यम से भाग लें और अपने जीवन में स्थायी समृद्धि का मार्ग प्रशस्त करें।