जीवन में बाधाओं पर काबू पाने की शक्ति और साहस के लिए स्कन्द षष्ठी देवसेनापति कार्तिकेय विशेष मुरुगन ज्ञान वेल पूजन और सुब्रमण्यम भुजंगम और कवचम पाठ
जीवन में बाधाओं पर काबू पाने की शक्ति और साहस के लिए स्कन्द षष्ठी देवसेनापति कार्तिकेय विशेष मुरुगन ज्ञान वेल पूजन और सुब्रमण्यम भुजंगम और कवचम पाठ
जीवन में बाधाओं पर काबू पाने की शक्ति और साहस के लिए स्कन्द षष्ठी देवसेनापति कार्तिकेय विशेष मुरुगन ज्ञान वेल पूजन और सुब्रमण्यम भुजंगम और कवचम पाठ
जीवन में बाधाओं पर काबू पाने की शक्ति और साहस के लिए स्कन्द षष्ठी देवसेनापति कार्तिकेय विशेष मुरुगन ज्ञान वेल पूजन और सुब्रमण्यम भुजंगम और कवचम पाठ
जीवन में बाधाओं पर काबू पाने की शक्ति और साहस के लिए स्कन्द षष्ठी देवसेनापति कार्तिकेय विशेष मुरुगन ज्ञान वेल पूजन और सुब्रमण्यम भुजंगम और कवचम पाठ
जीवन में बाधाओं पर काबू पाने की शक्ति और साहस के लिए स्कन्द षष्ठी देवसेनापति कार्तिकेय विशेष मुरुगन ज्ञान वेल पूजन और सुब्रमण्यम भुजंगम और कवचम पाठ
जीवन में बाधाओं पर काबू पाने की शक्ति और साहस के लिए स्कन्द षष्ठी देवसेनापति कार्तिकेय विशेष मुरुगन ज्ञान वेल पूजन और सुब्रमण्यम भुजंगम और कवचम पाठ
स्कन्द षष्ठी देवसेनापति कार्तिकेय विशेष

मुरुगन ज्ञान वेल पूजन और सुब्रमण्यम भुजंगम और कवचम पाठ

जीवन में बाधाओं पर काबू पाने की शक्ति और साहस के लिए
temple venue
एट्टेलुथुपेरुमल मंदिर, तिरुनेलवेली, तमिलनाडु
pooja date
7 November, Thursday, कार्तिक शुक्ल षष्ठी
Warning InfoBookings has been closed for this Puja
srimandir devotees
srimandir devotees
srimandir devotees
srimandir devotees
srimandir devotees
srimandir devotees
srimandir devotees
இப்போது வரை3,00,000+பக்தர்கள்ஶ்ரீ மந்திர் பூஜா சேவை நடத்தும் பூஜைகளில் கலந்துகொண்டவர்கள்
பூஜை வீடியோவைப் பெறுக. icon
பூஜை வீடியோவைப் பெறுக.
முழுமையான பூஜை வீடியோ 2 நாட்களுக்குள் பகிரப்படும்.
முறையான சடங்குகள் பின்பற்றப்பட்டன. icon
முறையான சடங்குகள் பின்பற்றப்பட்டன.
கோவிலில் இருந்து ஒரு சிறந்த பண்டிதர் உங்கள் பூஜையைச் செய்வார்.
உச்சரிப்பதற்கான மந்திரம் icon
உச்சரிப்பதற்கான மந்திரம்
ஆசீர்வாதம் பெற கீழே சிறப்பு மந்திரங்கள் பகிரப்பட்டுள்ளன.
ஆசீர்வாதப் பெட்டி icon
ஆசீர்வாதப் பெட்டி
உங்கள் வீட்டு வாசலிலேயே ஆசீர்வாதப் பெட்டியைப் பெறுங்கள்.

जीवन में बाधाओं पर काबू पाने की शक्ति और साहस के लिए स्कन्द षष्ठी देवसेनापति कार्तिकेय विशेष मुरुगन ज्ञान वेल पूजन और सुब्रमण्यम भुजंगम और कवचम पाठ

स्कंद षष्ठी भगवान मुरुगन को समर्पित एक अत्यंत महत्वपूर्ण पर्व है। इन्हें कार्तिकेय और स्कंद कुमार के नाम से भी जाना जाता है। यह पर्व मुख्य रूप से तमिल हिंदुओं द्वारा मनाया जाता है और कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि को पड़ता है। स्कंद षष्ठी का उत्सव छह दिनों तक चलता है, जिसकी शुरुआत कार्तिक शुक्ल प्रतिपदा से होती है और समापन कार्तिक शुक्ल षष्ठी के दिन ‘सूरासंहारम’ के रूप में मनाया जाता है। मान्यता है कि इसी दिन भगवान मुरुगन ने दानव सुरपद्मन का वध कर संसार को उसके अत्याचारों से मुक्त किया था। पौराणिक कथाओं के अनुसार, तारकासुर नाम का एक शक्तिशाली असुर था जिसे ऐसा वरदान प्राप्त था कि उसे कोई भी देवता पराजित नहीं कर सकता था। उसने तीनों लोकों पर आतंक मचा रखा था। भविष्यवाणी में कहा गया था कि केवल भगवान शिव का पुत्र ही उसे पराजित कर सकता है। इसी कारण, भगवान कार्तिकेय का दिव्य अवतार हुआ। कृतिका माताओं के संरक्षण में पले-बढ़े भगवान कार्तिकेय ने महान योद्धा के रूप में अपनी पहचान बनाई और देवसेना के सेनापति बने। हर देवता ने उन्हें विशेष शक्तियाँ और दिव्य अस्त्र प्रदान किए। इनमे से माता पार्वती ने उन्हें एक विशेष अस्त्र – ‘वेल’ (एक दिव्य भाला) प्रदान किया, जो उनकी शक्ति और सुरक्षा का प्रतीक था।

वेल से सुसज्जित होकर भगवान मुरुगन ने तारकासुर से युद्ध का संकल्प लिया। इस संग्राम में उनकी सेना ने असुरों की सेना का सामना किया, परंतु भगवान कार्तिकेय की वीरता और पराक्रम के कारण युद्ध का परिणाम देवताओं के पक्ष में गया। अंततः मुरुगन ने अपने वेल के माध्यम से तारकासुर का नाश किया और तीनों लोकों को उसके अत्याचार से मुक्त किया। मुरुगन की इस विजय ने धर्म की अधर्म पर विजय का प्रतीक स्थापित किया और उन्हें एक दिव्य रक्षक और साहस के प्रतीक के रूप में मान्यता दी। इस घटना ने वेल के महत्व को भी उजागर किया, जो माता पार्वती की दिव्य शक्ति और संरक्षण का प्रतीक बन गया। स्कंद षष्ठी के दिन भगवान मुरुगन को समर्पित विशेष पूजन और अनुष्ठान किए जाते हैं ताकि उनकी कृपा प्राप्त हो सके। इन अनुष्ठानों में प्रमुख हैं – मुरुगन ज्ञान वेल पूजन, सुब्रमण्य भुजंगम पाठ और कवचम पाठ। मुरुगन ज्ञान वेल पूजन में भगवान मुरुगन के ज्ञान और साहस का आह्वान किया जाता है, जो उनके दिव्य अस्त्र वेल का प्रतीक है। इस पूजन का उद्देश्य अज्ञानता और भय को दूर करना और भक्तों को आत्मबल और स्पष्टता प्रदान करना है। सुब्रमण्य भुजंगम पाठ, जिसे आदि शंकराचार्य ने रचा था, भगवान सुब्रमण्य की स्तुति है जो भक्तों को दिव्य सुरक्षा, मानसिक शांति और आध्यात्मिक उन्नति प्रदान करता है। वहीं कवचम पाठ एक शक्तिशाली कवच प्रार्थना मानी जाती है, जो भगवान मुरुगन की सुरक्षा का आह्वान कर नकारात्मक शक्तियों से रक्षा करती है और जीवन में शांति एवं सुरक्षा का संचार करती है। इस अनुष्ठान से भक्तों के जीवन की बाधाएँ दूर होती हैं और उन्हें भगवान कार्तिकेय, जो युद्ध के देवता माने जाते हैं, की कृपा से विजय प्राप्त होती है। यह विशेष पूजा दक्षिण भारत के तिरुनेलवेली स्थित एट्टेलुथुपेरुमल मंदिर में आयोजित की जा रही है। श्री मंदिर के माध्यम से इस विशेष पूजा में सम्मिलित हों और भगवान कार्तिकेय के दिव्य आशीर्वाद प्राप्त करें।

एट्टेलुथुपेरुमल मंदिर, तिरुनेलवेली, तमिलनाडु

एट्टेलुथुपेरुमल मंदिर, तिरुनेलवेली, तमिलनाडु
तमिलनाडु के तिरुनेलवेली में स्थित एट्टेलुथुपेरुमल मंदिर एक पूजनीय तीर्थस्थल है। 120 साल पहले प्रतिष्ठित ऋषि मायांडी सिद्धर द्वारा स्थापित यह मंदिर चिरस्थायी परंपरा और भक्ति का प्रमाण है। ऋषि मायांडी सिद्धर ने भगवान राम के गहन ध्यान और दर्शन के बाद मंदिर का निर्माण कराया था। मंदिर में कई चमत्कार हुए हैं, जिनमें भगवान पेरुमल की मुख्य मूर्ति भी शामिल है, जिसे मूर्तिकला का कोई औपचारिक ज्ञान न रखने वाले एक साधारण व्यक्ति ने गढ़ा था। मंदिर में कई पवित्र मूर्तियाँ हैं, जिनमें शुद्ध स्पष्ट क्वार्ट्ज से बना उल्लेखनीय स्फटिक लिंगम भी शामिल है। शास्त्रों के अनुसार, स्फटिक लिंगम की पूजा करने से भक्तों में आत्मविश्वास, आत्म-सम्मान और शक्ति आती है, साथ ही चिंताएँ और नकारात्मक प्रभाव कम होते हैं। यह स्फटिक लिंगम विशेष रूप से महत्वपूर्ण है क्योंकि यह ऋषिकेश के बाद भारत में सबसे बड़े स्फटिक लिंगम में से एक है। यह मंदिर भगवान राम से जुड़े होने के कारण भी प्रसिद्ध है, क्योंकि ऐसा माना जाता है कि यह वह स्थान है जहाँ भगवान राम ने जटायु को मोक्ष प्रदान किया था और अपने पिता का अंतिम संस्कार किया था। भक्तगण भगवान राम, भगवान कृष्ण, भगवान कार्तिकेय, भगवान शिव और भगवान हनुमान से आशीर्वाद लेने के लिए एट्टेलुथुपेरुमल मंदिर आते हैं। माना जाता है कि यहाँ पूजा करने से भक्तों की मनोकामनाएँ पूरी होती हैं और उन्हें सभी प्रयासों में सफलता मिलती है।

பூஜை தொகுப்பைத் தேர்ந்தெடுக்க

व्यक्तिगत पूजा

अधिकतम 1 व्यक्ति के लिए पूजा कराएं
851
व्यक्तिगत पूजा package image

पंडित जी पूजा संकल्प के दौरान अन्य पूजा प्रतिभागियों के नाम के साथ आपके नाम एवं गोत्र का उच्चारण करेंगे।
अपनी पूजा के साथ वस्त्र दान, अन्नदान, गौ सेवा और दीप दान जैसे अतिरिक्त विकल्पों का चुनाव कर सकते हैं, जो आपके नाम से किया जाएगा।
आपकी पूजा संपन्न होने पर पूजा का वीडियो 3-4 दिनों के अंदर आपके पंजीकृत व्हाट्सएप नंबर पर भेजा जाएगा एवं आप इसे अपनी बुकिंग हिस्ट्री में जाकर भी देख सकते हैं।
पवित्र तीर्थ प्रसाद 8-10 दिनों के भीतर आपके पते पर भेज दिया जाएगा।

पार्टनर पूजा

अधिकतम 2 व्यक्ति के लिए पूजा कराएं
1251
पार्टनर पूजा package image

पंडित जी पूजा संकल्प के दौरान अन्य पूजा प्रतिभागियों के साथ आपके परिवार के 2 सदस्यों के नाम व गोत्र का उच्चारण करेंगे।
अपनी पूजा के साथ वस्त्र दान, अन्नदान, गौ सेवा और दीप दान जैसे अतिरिक्त विकल्पों का चुनाव कर सकते हैं, जो आपके नाम से किया जाएगा।
आपकी पूजा संपन्न होने पर पूजा का वीडियो 3-4 दिनों के अंदर आपके पंजीकृत व्हाट्सएप नंबर पर भेजा जाएगा एवं आप इसे अपनी बुकिंग हिस्ट्री में जाकर भी देख सकते हैं।
पवित्र तीर्थ प्रसाद 8-10 दिनों के भीतर आपके पते पर भेज दिया जाएगा।

पारिवारिक पूजा

अधिकतम 4 सदस्यों के लिए पूजा कराएं
2001
पारिवारिक पूजा  package image

पंडित जी पूजा संकल्प के दौरान अन्य पूजा प्रतिभागियों के साथ आपके परिवार के 4 सदस्यों के नाम व गोत्र का उच्चारण करेंगे।
एट्टेलुथुपेरुमल मंदिर में भगवान कार्तिकेय को फल, मिठाई और सूखे मेवे का भोग चढ़ाया जाएगा।
अपनी पूजा के साथ वस्त्र दान, अन्नदान, गौ सेवा और दीप दान जैसे अतिरिक्त विकल्पों का चुनाव कर सकते हैं, जो आपके नाम से किया जाएगा।
आपकी पूजा संपन्न होने पर पूजा का वीडियो 3-4 दिनों के अंदर आपके पंजीकृत व्हाट्सएप नंबर पर भेजा जाएगा एवं आप इसे अपनी बुकिंग हिस्ट्री में जाकर भी देख सकते हैं।
पवित्र तीर्थ प्रसाद 8-10 दिनों के भीतर आपके पते पर भेज दिया जाएगा।

संयुक्त परिवार पूजा

अधिकतम 6 सदस्यों के लिए पूजा कराएं
3001
संयुक्त परिवार पूजा package image

पंडित जी पूजा संकल्प के दौरान अन्य पूजा प्रतिभागियों के साथ आपके परिवार के 6 सदस्यों के नाम व गोत्र का उच्चारण करेंगे।
एट्टेलुथुपेरुमल मंदिर में भगवान कार्तिकेय को पुष्पांजलि के साथ फल, मिठाई और सूखे मेवे से युक्त भोग अर्पित किया जाएगा।
अपनी पूजा के साथ वस्त्र दान, अन्नदान, गौ सेवा और दीप दान जैसे अतिरिक्त विकल्पों का चुनाव कर सकते हैं, जो आपके नाम से किया जाएगा।
आपकी पूजा संपन्न होने पर पूजा का वीडियो 3-4 दिनों के अंदर आपके पंजीकृत व्हाट्सएप नंबर पर भेजा जाएगा एवं आप इसे अपनी बुकिंग हिस्ट्री में जाकर भी देख सकते हैं।
पवित्र तीर्थ प्रसाद 8-10 दिनों के भीतर आपके पते पर भेज दिया जाएगा।

மதிப்புரைகள் மற்றும் மதிப்பீடுகள்

நம் அன்பு பக்தர்கள் ஸ்ரீ மந்திரைப் பற்றித் தந்திருக்கும் கருத்துகளைப் படித்துப் பாருங்கள்
User Image

Achutam Nair

Bangalore
User review
User Image

Ramesh Chandra Bhatt

Nagpur
User review
User Image

Aperna Mal

Puri
User review
User Image

Shivraj Dobhi

Agra
User review
User Image

Mukul Raj

Lucknow

அடிக்கடி கேட்கப்படும் கேள்விகள்