🔥 2026 यानी नए साल की शुरुआत विघ्नहर्ता गणेश के आशीर्वाद के साथ करना अत्यंत शुभ माना गया है। भगवान गणेश, बुद्धि, विवेक, समृद्धि और मंगल कार्यों के अधिपति हैं। नए वर्ष के पहले दिन उनका स्मरण करने से जीवन की बाधाएं शांत होती हैं और हर आवश्यक कार्य में सफलता का मार्ग मजबूत होता है। गणेश पूजन नकारात्मक ऊर्जा को शांत कर सकारात्मक सोच, स्थिरता और आत्मविश्वास प्रदान करता है। माना जाता है कि जो व्यक्ति 2026 की शुरुआत गणपति के नाम से करता है, उसके जीवन में रुके हुए कार्य पूर्ण होते हैं और सुख-शांति, धन-वैभव व सौभाग्य का आगमन होता है।
🔥 नए साल में 11,000 विघ्नहर्ता गणेश मूल मंत्र जाप करना जीवन में शुभता और स्थिरता लाने का प्रभावी साधन माना गया है। ‘ॐ गं गणपतये नमः’ मंत्र का विद्वानों द्वारा नियमित जाप बुद्धि को प्रखर करता है, मानसिक अवरोध दूर करता है और नए वर्ष में रुके हुए कार्यों में गति लाने की शक्ति रखता है। यह साधना नकारात्मक ऊर्जा को शांत कर सकारात्मकता, आत्मविश्वास और निर्णय शक्ति को मजबूत करने वाली मानी गई है। नए वर्ष की शुरुआत इस पावन जाप से करने पर करियर, व्यापार, स्वास्थ्य और पारिवारिक जीवन में संतुलन बना रहता है। गणेश जी की कृपा से विघ्न दूर होते हैं और पूरे साल सफलता, शांति व समृद्धि का मार्ग मजबूत हो सकता है। इस आराधना में अष्ट विनायक हवन की शक्ति भी जुड़ी हुई है।
🔥 नए साल के पहले दिन उज्जैन के श्री चिंतामण गणेश मंदिर में अष्ट विनायक हवन अत्यंत प्रभावशाली और दुर्लभ साधना मानी जाती है। अष्ट विनायक गणेश के आठ स्वरूपों की सामूहिक आहुतियों से किया गया यह हवन जीवन की गहरी चिंताओं, मानसिक तनाव और लंबे समय से चली आ रही बाधाओं को शांत करता है। मान्यता है कि इस हवन से कर्ज, विवाद, करियर अड़चन, विवाह विलंब और संतान संबंधी समस्याओं में भी विशेष लाभ मिल सकता है। विद्वान मानते हैं कि पवित्र क्षिप्रा नगरी में किया गया यह अनुष्ठान गणेश कृपा को शीघ्र जाग्रत करता है और भक्तों को सुख, स्थिरता, सफलता के साथ आध्यात्मिक मजबूती प्रदान कर सकता है।
📿श्री मंदिर द्वारा साल 2026 के पहले दिन नई शुरुआत और पूरे साल उन्नति के लिए 11,000 विघ्नहर्ता गणेश मूल मंत्र जाप और अष्ट विनायक हवन में भाग लेने का अवसर हाथ से न जाने दें!