🔱 क्या आप प्रेम, शादी या मन की शांति में दिक्कत महसूस कर रहे हैं?
सोमवार सप्ताह का कोई साधारण दिन नहीं है यह भगवान शिव को समर्पित सबसे बड़ा दिन माना जाता है। जोकि शिव के आशीर्वाद की मजबूत ऊर्जा से भरा होता है। जो देरी दूर करने, टूटे हुए रिश्तों को जोड़ने और आपके जीवन में प्रेम लाने के लिए भी जाना जाता है। चाहे आप अविवाहित हों और जीवनसाथी की तलाश में हों, एक जोड़ा जो प्यार और सामंजस्य चाहता हो, या कोई जो रिश्तों की परेशानियों से जूझ रहा हो यह दिन सामान्य से कहीं ज्यादा शक्तिशाली है। सोमवार को ही देवी पार्वती ने पूरी भक्ति के साथ उपवास किया था और भगवान शिव का प्रेम पाया था। उनकी आस्था ने पूरे ब्रह्मांड को झकझोर दिया था। अब आपकी बारी है उस दिव्य ऊर्जा से जुड़ने की जहाँ प्रेम बेताबी से नहीं, बल्कि प्राकृतिक रूप से खिंचता है।
🔱 त्रियुगीनारायण मंदिर में यह पूजा और भी खास क्यों मानी जाती है
उत्तराखंड कोई साधारण जगह नहीं है। यह भगवान शिव की दिव्य उपस्थिति वाली भूमि है। पुराने ग्रंथों के अनुसार, यहाँ की गई हर पूजा 100 गुना ज्यादा फल देती है। ऐसा माना जाता है कि भगवान शिव उत्तराखंड के हर कोने में विराजमान हैं। यहाँ की शिव-पार्वती विवाह पूजा में भगवान शिव और देवी पार्वती दोनों की मौजूदगी से विशेष शक्ति रहती है। इस पवित्र जगह में स्थित त्रियुगीनारायण मंदिर एक ऐसा केंद्र है जो आपको सकारात्मक ऊर्जा और शिव-पार्वती की दिव्य शक्ति का आशीर्वाद देता है।
🔱 इस खास पूजा में क्या शामिल है:
🔸 शिव-पार्वती विवाह पूजा: भगवान शिव और देवी पार्वती का प्रतीकात्मक विवाह समारोह, जिसमें विशेष प्रसाद, कन्यादान और पारंपरिक विवाह अनुष्ठान शामिल हैं। यह पूजा प्यार भरे और सामंजस्यपूर्ण विवाह को आकर्षित या मजबूत करने में मदद कर सकती है।
🔸 अर्धनारीश्वर अभिषेक: दूध, शहद, घी, चंदन और बेल के पत्तों से किया जाने वाला पवित्र स्नान, पूर्ण संतुलन, एकता और शिव और शक्ति के गहरे संबंध का प्रतीक है।
अगर आप शादी में समस्याओं, देरी या रिश्तों में भावनात्मक परेशानी का सामना कर रहे हैं, तो यह पूजा सामंजस्य बनाने, प्यार को मजबूत करने और रिश्तों में खुशहाली लाने में मदद कर सकती है। आप भी इस सोमवार को श्री मंदिर द्वारा आयोजित इस पवित्र पूजा में भाग लें और अपने जीवन में शिव जी और शक्ति के आशीर्वाद को आमंत्रित करें।