मेष राशि 21 मार्च से 19 अप्रैल के बीच जन्मे लोगों की होती है। यह राशि बहुत ही सक्रिय और साहसी मानी जाती है। ज्योतिष में कहा जाता है कि मेष जातक जल्दी परिणाम पाने की क्षमता रखते हैं। वैदिक ज्योतिष में मेष राशि अग्नि तत्व से जुड़ी है, जो ताकत, महत्वाकांक्षा और आगे बढ़ने की शक्ति देती है। 2026 का साल “धन और व्यापार के अवसरों वाला” साल है, जब राहु आपकी कल्पनाओं को वास्तविकता में बदलने में मदद करेगा।
मेष राशि का स्वामी कौन है?
मेष राशि का स्वामी मंगल ग्रह है, जो साहस और दृढ़ संकल्प देता है। लेकिन मंगल से ऊपर भगवान शिव हैं, जो बदलाव, सफलता और कर्मों का संतुलन बनाए रखते हैं। शिव की कृपा से आपकी ऊर्जा सही दिशा में जाती है। उनका संतान गोपाल रूप बच्चों और 5वें भाव की सुरक्षा करता है, जो 2026 में केतु की छाया से प्रभावित हो सकता है। शिव की पूजा से आपके बच्चे सुरक्षित रहते हैं, परिवार में सुख बना रहता है और आपकी सोच भी स्पष्ट होती है।
मेष राशि के जातक भगवान शिव की पूजा क्यों करें?
भगवान शिव की पूजा से आपकी स्वाभाविक ताकत और महत्वाकांक्षा सही दिशा में लगती है। यह पूजा सर्व सिद्धि की ऊर्जा बढ़ाती है, यानी जो आप सोचते हैं वह जल्दी साकार हो। साथ ही बच्चों और परिवार की सुरक्षा भी होती है।
शिव पूजा – महामृत्युंजय जाप से स्वास्थ्य सुरक्षित रहता है।
सूर्य पूजा – आदित्य हृदय स्तोत्र से ताकत और स्पष्टता बढ़ती है
हनुमान पूजा – हनुमान चालीसा और अष्टक पाठ से बच्चों की सुरक्षा होती है
इस पूजा से आप अपने फैसले बेहतर कर पाएंगे, सफलता के रास्ते खुलेंगे और जीवन में स्थिरता आएगी। संतान गोपाल की रक्षा से आप अपने बच्चों और परिवार दोनों की सुरक्षा कर सकते हैं।
क्यों करें पूजा इस मंदिर में?
पारंपरिक पंच रत्न मंदिर भगवान शिव का प्राचीन और शक्तिशाली मंदिर है। यहां की ऊर्जा और आशीर्वाद बहुत मजबूत माने जाते हैं। कहा जाता है कि इस मंदिर में शिव को दी गई प्रार्थनाएँ जल्दी पूरी होती हैं और बच्चों की सुरक्षा तुरंत होती है। श्री मंदिर के माध्यम से पंच रत्न मंदिर में मेष राशि की “सर्व सिद्धि और संतान गोपाल पूजा” में भाग लें और भगवान शिव के आशीर्वाद से सफलता और बच्चों की सुरक्षा पाएं।