सिंह राशि के लोगों के गुण
आत्मविश्वासी और प्रेरणादायक- सिंह राशि के लोग जन्म से ही नेतृत्व करने वाले होते हैं। उनका आत्मविश्वास और आकर्षक व्यक्तित्व आसपास के लोगों को प्रेरित करता है।
मजबूत और लक्ष्य–केंद्रित- ये लोग अपने लक्ष्य तक पहुँचने के लिए दृढ़ रहते हैं। चुनौतियाँ आएँ भी तो हिम्मत नहीं हारते
दयालु और उदार स्वभाव- सिंह राशि वाले मदद करना पसंद करते हैं। दिल के साफ होते हैं, इसलिए लोग इन्हें भरोसे और सम्मान से देखते हैं।
रचनात्मक सोच- इनमें स्वाभाविक रूप से रचनात्मकता होती है। जहाँ भी ये अपने विचारों को खुलकर रख सकते हैं, वहाँ ये सबसे ज्यादा चमकते हैं।
सिंह राशि का स्वामी कौन है?
वैदिक ज्योतिष में सिंह राशि के स्वामी भगवान सूर्य हैं। वे जीवन शक्ति, आंतरिक ऊर्जा, प्रेरणा और नेतृत्व के प्रतीक हैं। सूर्य देव की ऊर्जा साहस, स्पष्ट सोच और जिम्मेदार निर्णय लेने की क्षमता को बढ़ाती है। उनकी कृपा से सिंह राशि वाले अनुशासित, उद्देश्यपूर्ण और आत्मविश्वासी बनते हैं।
सिंह राशि वालों को सूर्य देव की पूजा क्यों करनी चाहिए?
सिंह राशि वाले जब सूर्य की उपासना करते हैं तो उनका आत्मबल लौट आता है। आलस, भ्रम और मन की कमजोरी दूर होने लगती है। आदित्य हृदय स्तोत्र का जप, सूर्योदय अर्घ्य और सूर्य पूजा से ऊर्जा सही दिशा में लगती है, अनुशासन बढ़ता है और परिवार में भी शांति बनी रहती है। सूर्य देव की कृपा से उत्साह, एकाग्रता और स्पष्ट निर्णय लेने की शक्ति बढ़ती है।
यह पूजा गलता जी सूर्य मंदिर में ही क्यों करनी चाहिए?
गलता जी सूर्य मंदिर सबसे प्राचीन और प्रभावशाली सूर्य धामों में से एक माना जाता है। यहाँ सूर्य की ऊर्जा बहुत शक्तिशाली मानी जाती है। चूँकि सूर्य सिंह राशि के स्वामी हैं, इसलिए यहाँ की गई सिंह राशि आदित्य हृदय पूजा आत्मविश्वास, ऊर्जा और परिवार में सामंजस्य को और गहराई से बढ़ाती है। सूर्योदय के समय इस मंदिर में मिलने वाली ऊर्जा मन, शरीर और विचारों में सकारात्मक बदलाव लाती है।
श्री मंदिर के माध्यम से सिंह राशि आदित्य हृदय पूजा में भाग लें ताकि आप-
• अपनी सूर्य ऊर्जा को मजबूत कर सकें
• आलस से बाहर आ सकें
• सकारात्मक ऊर्जा को आकर्षित कर सकें
• प्रेरणा और मानसिक संतुलन वापस पा सकें
हम कामना करते हैं कि इस पूजा के माध्यम से सूर्य देव की दिव्य रोशनी आपके जीवन में नई ऊर्जा जगाएगी और आपकी सिंह राशि की प्राकृतिक चमक को और प्रबल करेगी।