✨ जैसे-जैसे वर्ष समाप्ति की ओर बढ़ता है, मन में आने वाले समय को लेकर आशा और उम्मीद दोनों रहती हैं। हम सभी चाहते हैं कि आने वाला वर्ष हमारे घर और परिवार के लिए निरंतर धन, सौभाग्य और सुख-शांति लेकर आए। हमारे प्राचीन शास्त्रों के अनुसार, पूरे परिवार के लिए इन आशीर्वादों को सुनिश्चित करने का सबसे प्रभावी उपाय है सत्यनारायण कथा और धन्वंतरि यज्ञ का आयोजन। वर्ष के अंतिम दिन यह महापूजा करना अत्यंत शुभ माना गया है। ऐसा विश्वास है कि इससे बीते वर्ष की सभी कठिनाइयों का शुद्धिकरण होता है और नया वर्ष भगवान श्री विष्णु की दिव्य रक्षा और समृद्धि मार्ग के साथ आरंभ होता है।
✨ प्राचीन कथाओं के अनुसार, सत्यनारायण और धन्वंतरि, दोनों ही भगवान विष्णु के स्वरूप हैं। इस पूजा की महिमा स्कंद पुराण में वर्णित है। कथा के अनुसार, जब महर्षि नारद ने मानव दुःखों से मुक्ति का सरल उपाय पूछा, तब भगवान विष्णु ने सत्यनारायण व्रत का उपदेश दिया। सत्यनारायण, अर्थात ‘सत्य का स्वरूप’, की सच्चे मन से पूजा करने पर दरिद्रता, रोग और पारिवारिक कलह जैसे कष्ट दूर हो जाते हैं। माना जाता है कि अत्यंत गरीब व्यक्ति भी इस सरल भक्ति से स्थायी सौभाग्य प्राप्त कर सकता है।
✨ इस विशेष अनुष्ठान में सत्यनारायण कथा जीवन में सत्य, सामंजस्य और समृद्धि लाती है, वहीं धन्वंतरि यज्ञ स्वास्थ्य और दीर्घायु के देवता भगवान धन्वंतरि की कृपा प्रदान करता है। यज्ञ की अग्नि वातावरण को शुद्ध करती है और आपकी प्रार्थनाओं को सीधे ईश्वर तक पहुंचाती है। इस शुभ दिन पर धन और स्वास्थ्य—दोनों का संयोग आपके परिवार के लिए संपूर्ण कल्याण का मजबूत कवच बना सकता है और 2026 को मंगलमय बनाता है।
✨ श्री मंदिर के माध्यम से संपन्न होने जा रही यह विशेष पूजा आपके जीवन में स्वास्थ्य, धन और समृद्धि का दिव्य आशीर्वाद ला सकती है