रुद्रम शुक्ल यजुर्वेद का एक अंश है और तैत्तिरीय संहिता में पाया जाता है। यह भगवान शिव की स्तुति, आह्वान और नमस्कार का संग्रह है। रुद्रम पथ भगवान शिव की दैवीय शक्तियों का आह्वान करता है, नकारात्मकता को दूर करता है, शांति, समृद्धि और आध्यात्मिक उन्नति लाता है। इस पूजा में रुद्र नमकम के ग्यारह पाठ, उसके बाद चमकम का एक पाठ, और दीर्घायु, अच्छे स्वास्थ्य और शक्ति के लिए ग्यारह श्री रुद्र रूपों, पुष्टिवर्धनम, सुगंधि और त्र्यंबक आदि शिव शक्तियों का आह्वान शामिल है। श्री मंदिर के माध्यम से 8 मार्च 2024 को सिद्धेश्वर महादेव मंदिर हर्षनाथ, सीकर में आयोजित होने वाले महाशिवरात्रि विशेष एकादश रुद्रम पाठ एवं यज्ञ में भाग लें।