27 नक्षत्रों में आर्द्रा छठा नक्षत्र है जिसका स्वामी राहु है। ज्योतिष के अनुसार, भगवान शिव के रौद्र रूप को आर्द्रा नक्षत्र का अधिपति देवता माना जाता है। अगर किसी व्यक्ति की कुंडली में राहु दोष है, तो उसके जीवन में अशुभ घटनाएं घटित होती हैं जैसे कि परिवार में मनमुटाव, पैसों की तंगी और विचारों का असंतुलन। राहु के इस अशुभ प्रभाव को कम करने के लिए भगवान शिव के मंदिर में राहु ग्रह शांति मूल मंत्र जाप करवाना अत्यंत लाभकारी सिद्ध होता है। इसलिए दिनांक 12 मई 2024 को हरिद्वार के श्री पशुपतिनाथ महादेव मंदिर में आर्द्रा नक्षत्र के शुभ अवसर पर 18,000 राहु ग्रह शांति मूल मंत्र जाप कराया जा रहा है। श्री मंदिर द्वारा इसमें भाग लें और महादेव का आशीष पाएं।