ज्योतिष शास्त्र के अनुसार राहु-शनि दोष कई बार हमारे प्रयासों को प्रारंभ होते ही रोक देते हैं। ऐसे लोगों के लिए राहु-शनि श्रापित दोष निवारण महापूजा और ओंकारेश्वर रुद्राभिषेक एक अद्वितीय अवसर है। इस पूजा में विशेष मंत्रोच्चारण, हवन और रुद्राभिषेक के माध्यम से राहु और शनि के दोषों का निवारण किया जाता है और जीवन में स्थिरता, सफलता के लिए दिव्य आशीर्वाद प्राप्त होता है।
ज्योतिष विद्या के अनुसार राहु छाया ग्रह है और इसके नकारात्मक प्रभाव से मानसिक अस्थिरता, भय, चिंता और कार्यों में असफलता जैसी समस्याएँ उत्पन्न हो सकती हैं। कुंडली में राहु या शनि दोष होने पर व्यक्ति अपने प्रयासों में बाधाओं का सामना करता है और शुरू किए गए कार्य अपेक्षित सफलता नहीं ला पाते। राहु-शनि दोष निवारण महापूजा में भाग लेने से नकारात्मक ऊर्जा कम होती है, मन और आत्मा शुद्ध होते हैं और जीवन में सफलता, स्थिरता और सकारात्मक बदलाव आते हैं।
राहु द्वारा शासित शतभिषा नक्षत्र के दौरान राहु पैठाणी मंदिर में राहु-शनि दोष निवारण महापूजा और त्र्यंबकेश्वर ज्योतिर्लिंग में ओंकारेश्वर रुद्राभिषेक का आयोजन होगा। इन अनुष्ठानों के माध्यम से न केवल बाहरी जीवन की बाधाएँ कम होती हैं, बल्कि आंतरिक शक्ति, साहस और मानसिक शांति प्राप्त होने का आशीर्वाद मिलता है।
श्री मंदिरों के माध्यम से इस विशेष पूजा में भाग लेकर आप अपने जीवन में कार्यों की सफलता, बाधाओं से मुक्ति और नकारात्मक ऊर्जाओं से सुरक्षा का दिव्य आशीर्वाद प्राप्त कर सकते हैं।