27 नक्षत्रों में आर्द्रा नक्षत्र को छठा माना गया है, जिसका स्वामी राहु है। वहीं भगवान शिव के रौद्र रूप को आर्द्रा नक्षत्र का अधिपति देवता माना गया है। राहु केतु की महादशा से व्यक्ति का जीवन तहस नहस हो जाता है, जिनकी कुंडली में राहु-केतु की महादशा बनती है उनके कार्यों में बाधाएं उत्पन्न होने लगती है। इस प्रभाव से मुक्ति पाने के लिए हरिद्वार के श्री पशुपतिनाथ महादेव मंदिर में आर्द्रा नक्षत्र के शुभ दिन पर राहु-केतु पीड़ा शांति महापूजा एवं 108 पशुपतिनाथ शिव दूध अभिषेक कराया जा रहा है। श्री मंदिर द्वारा इसमें भाग लें और महादेव के आशीष से खुशहाल जीवन पाएं।