✨ जैसे-जैसे नया साल आरंभ होता है, हर व्यक्ति के मन में नए अवसरों, आशाओं और उम्मीदों का संचार होता है। हम चाहते हैं कि यह नया वर्ष हमारे घर और परिवार के लिए सुख, समृद्धि, सौभाग्य और मानसिक शांति लेकर आए। शास्त्रों में उल्लेखित है कि पूरे परिवार के लिए इन आशीर्वादों को सुनिश्चित करने का सबसे प्रभावी उपाय है सत्यनारायण कथा और धन्वंतरि यज्ञ का आयोजन, विशेष रूप से साल के पहले गुरुवार पर यह महापूजा करना अत्यंत शुभ माना जाता है। मान्यता है कि इस दिन की गई साधना से न केवल बीते वर्ष की नकारात्मकताओं का शुद्धिकरण होता है, बल्कि परिवार में सद्भाव स्थापित होता है और नया वर्ष भगवान श्री विष्णु की दिव्य रक्षा, स्वास्थ्य और समृद्धि मार्ग के साथ आरंभ होता है।
✨ प्राचीन कथाओं के अनुसार, सत्यनारायण और धन्वंतरि दोनों ही भगवान विष्णु के स्वरूप हैं। स्कंद पुराण में इसका विशेष महत्व वर्णित है। कथा के अनुसार, जब महर्षि नारद ने मानव दुःखों से मुक्ति का सरल उपाय पूछा, तब भगवान विष्णु ने सत्यनारायण व्रत का उपदेश दिया। सत्यनारायण, अर्थात ‘सत्य का स्वरूप’, की सच्चे मन से पूजा करने पर दरिद्रता, रोग और पारिवारिक कलह जैसे कष्ट दूर हो जाते हैं। माना जाता है कि अत्यंत गरीब व्यक्ति भी इस सरल भक्ति से स्थायी सौभाग्य प्राप्त कर सकता है। यह पूजा न केवल भौतिक समृद्धि बल्कि मानसिक और आध्यात्मिक संतुलन की ओर भी मार्गदर्शक होती है। 🕉️
✨ इस विशेष गुरुवार पूजा में सत्यनारायण कथा जीवन में सत्य, सामंजस्य और पारिवारिक सद्भाव लाती है। वहीं, धन्वंतरि यज्ञ स्वास्थ्य और दीर्घायु के देवता भगवान धन्वंतरि की कृपा प्रदान करता है। यज्ञ की अग्नि वातावरण को शुद्ध करती है और मौसमी बीमारियों से दैवीय सुरक्षा देती है। इस दिन की साधना आपके परिवार के लिए धन, स्वास्थ्य, सुख और समृद्धि का दिव्य कवच बन सकती है और पूरे वर्ष के लिए मंगलमय वातावरण तैयार करती है। 🌺
✨ श्री मंदिर के माध्यम से संपन्न होने जा रही यह विशेष गुरुवार पूजा आपके जीवन में स्वास्थ्य, धन, समृद्धि और पारिवारिक सद्भाव का दिव्य आशीर्वाद प्रदान कर सकती है। यह अवसर केवल एक पूजा नहीं, बल्कि वर्ष के पहले दिन को शक्तिशाली आध्यात्मिक प्रवेश और समृद्धि से भरपूर बनाने का माध्यम है। इसलिए इसे छोड़ें नहीं, अभी भाग लेकर अपने परिवार और स्वयं के लिए सकारात्मक ऊर्जा और दिव्य आशीर्वाद सुनिश्चित करें। 🪔