✨जीवन में कई बार ऐसा होता है जब अनिश्चितताएँ, छिपी हुई परेशानियाँ और मानसिक बोझ मन पर हावी होने लगते हैं। इससे सोच उलझ जाती है और कामों में रुकावट महसूस होने लगती है। ऐसे समय में शास्त्रों के अनुसार भगवान गणेश का स्मरण और पूजन मन को संभालने और सही दिशा की ओर बढ़ने का एक माध्यम माना जाता है। साल का पहला बुधवार भगवान गणेश की उपासना के लिए विशेष माना गया है। बुधवार का दिन गणेश जी को समर्पित माना जाता है और इसे बुद्धि, विवेक और मानसिक संतुलन से जोड़ा जाता है।
✨मान्यता है कि इस दिन की गई गणेश आराधना से मन को शांति का अनुभव होता है और लंबे समय से चली आ रही चिंताओं को समझने में मदद मिलती है। शास्त्रों में भगवान गणेश के आठ स्वरूपों का वर्णन मिलता है, जिन्हें जीवन की अलग अलग परिस्थितियों से जोड़ा गया है। श्री गणेश पूजा को देरी, भ्रम, मानसिक दबाव और नकारात्मक विचारों से निकलने का एक आध्यात्मिक मार्ग माना जाता है। कहते हैं कि श्रद्धा के साथ की गई उपासना आत्मबल को मजबूत करती है और निर्णय लेने में स्पष्टता का भाव जगाती है। विशेषकर जब साल के पहले बुधवार भगवान गणेश का स्मरण और पूजन किया जाता है, तो यह साधना केवल बाहरी समस्याओं पर नहीं, बल्कि मन के भीतर चल रही उलझनों पर भी ध्यान केंद्रित करने का अवसर देती है।
✨यही कारण है कि यह पूजा उन लोगों के लिए उपयुक्त मानी जाती है जो मानसिक शांति चाहते हैं और अपनी इच्छाओं को लेकर स्पष्टता महसूस करना चाहते हैं। इसीलिए उज्जैन स्थित श्री चिंतामण गणेश मंदिर में भगवान गणेश की विशेष पूजा और LIVE दर्शन का आयोजन किया जा रहा है। श्री मंदिर के माध्यम से भक्त इस पूजा से जुड़कर गणेश जी का स्मरण कर सकते हैं और इस पूजा-अनुष्ठान एवं भगवान गणेश के LIVE दर्शन से जुड़कर अपने मन के भाव उनके चरणों में अर्पित कर सकते हैं।
🙏🚩आप भी श्री मंदिर के माध्यम से साल के पहले बुधवार भगवान गणेश के LIVE दर्शन से जुड़कर इस पावन अवसर का अनुभव कर सकते हैं और मन में शांति व संतुलन का भाव लेकर आगे बढ़ सकते हैं। 🙏 🚩