🚩 सनातन परंपरा में स्वाती नक्षत्र के दौरान राहु-मंगल अंगारक दोष निवारण पूजा एक विशेष धार्मिक अनुष्ठान है, जिसे ज्योतिष शास्त्र में अत्यंत प्रभावी माना गया है। इस काल में राहु-मंगल दोष शांति आराधना ग्रहों से संबंधित परेशानियों को शांत करने का महत्वपूर्ण मार्ग मानी जाती है। स्वाती नक्षत्र का अर्थ ‘सौ वैद्य’ बताया गया है, अर्थात यह नक्षत्र शारीरिक और मानसिक संतुलन प्रदान करने वाला माना जाता है। जब किसी व्यक्ति की कुंडली में मंगल और राहु एक ही भाव में स्थित हों, तो उसे अंगारक दोष कहा जाता है। इस योग के प्रभाव से व्यक्ति में तेज क्रोध, अनियंत्रित प्रतिक्रियाएं और रिश्तों में अनावश्यक तनाव बढ़ सकता है।
🚩 शास्त्रों के अनुसार, मंगलवार, मंगलदेव का दिन है और स्वाती नक्षत्र का स्वामी राहु है। इस संयोग में की गई राहु-मंगल दोष निवारण पूजा से मन में शांति, विचारों में संतुलन, और व्यवहार में धैर्य का संचार होता है। यह पूजा व्यक्ति को भावनात्मक स्थिरता, परिवारिक सौहार्द और जीवन के निर्णयों में स्पष्टता प्रदान करने में सहायक मानी जाती है। उज्जैन के श्री मंगलनाथ महादेव मंदिर में होने जा रहे इस अनुष्ठान में शामिल होकर, भगवान शिव और मंगलनाथ महादेव की कृपा की प्रार्थना की जाती है कि जीवन में सौम्यता, संतुलन और आंतरिक शांति स्थापित हो।
🚩 उज्जैन प्राचीन काल से ही धर्म, ज्योतिष और तंत्र साधना का केंद्र रहा है। इसी पवित्र नगरी में स्थित है श्री मंगलनाथ महादेव मंदिर, जिसे मंगल ग्रह का जन्मस्थान माना गया है। पुराणों के अनुसार, यहाँ भगवान शिव ने मंगल ग्रह की अशांत ऊर्जा को शांत तथा संतुलित करने का वरदान दिया था। इसलिए, जो व्यक्ति क्रोध, तनाव, दुर्घटनाएँ, विवाद एवं स्वास्थ्य संबंधित समस्याओं से जूझ रहे हों, उन्हें मंगलनाथ महादेव की आराधना विशेष रूप से फलदायी मानी जाती है।
🚩 इसी पावन स्थल पर राहु और मंगल दोनों ग्रहों के संयुक्त प्रभाव से उत्पन्न अंगारक दोष की शांति हेतु विशेष महापूजा की जाती है। यह पूजा विद्वान पुरोहितों द्वारा वेद मंत्रों, पंचामृत अभिषेक, राहु-मंगल बीज मंत्र जाप और विशेष हवन के साथ संपन्न होती है। माना जाता है कि इस पूजा से मन की अशांति शांत होती है, गुस्सा और आवेग नियंत्रित होता है और रिश्तों में स्थिरता और सद्भाव बढ़ सकता है।
🙏🚩 श्री मंदिर द्वारा राहु-मंगल अंगारक दोष निवारण पूजा में भाग लें और व्यक्तिगत और व्यावसायिक रिश्तों में आक्रामकता और टकराव से राहत का आशीर्वाद पाएं