🪔 कठिन समय में लाखों भक्त श्री खाटू श्याम जी की शरण क्यों लेते हैं?
श्री खाटू श्याम जी, महाभारत के महान वीर बारबारिक का कलियुग रूप हैं। वे घटोत्कच के पुत्र और भीम के पौत्र थे। सनातन भक्तों के बीच वे ‘हारे के सहारा’ रूप में पुकारे जाते हैं। यानी जो भी जीवन में हारा हुआ महसूस करे, निराश हो या जिसे कहीं से सहारा न मिले, वह श्याम बाबा की शरण में आकर साहस पाता है।
साल 2025 को ‘मंगल का वर्ष’ कहा गया है और बहुत से लोगों को लगातार चुनौतियों का सामना करना पड़ा है। कई काम अब तक अधूरे हैं। इन्हीं मनोकामनाओं की पूर्ति के लिए उज्जैन के श्री खाटू धाम में एक विशेष मनोकामना पूर्ति पूजा आयोजित की जा रही है। इस पूजा में आप घर बैठे LIVE अपनी इच्छा सीधे बाबा श्याम के सामने कह सकते हैं।
🪔 महावीर बारबारिक कैसे बने श्री खाटू श्याम?
बारबारिक के पास तीन अमोघ बाण थे, और उन्होंने प्रण लिया था कि वे हमेशा युद्ध में कमजोर पक्ष का साथ देंगे। यह सुनकर भगवान श्री कृष्ण एक साधु के वेश में उनसे मिलने आए। कृष्ण समझ गए कि यदि बारबारिक महाभारत में उतर गए तो धर्म की रक्षा कठिन हो जाएगी। धर्म की रक्षा के लिए कृष्ण ने उनसे उनका सिर दान में मांगा। बारबारिक मुस्कुराए और बिना झिझक सिर दे दिया। उनके इस महान त्याग से प्रसन्न होकर कृष्ण ने आशीर्वाद दिया: “कलियुग में तुम मेरे नाम ‘श्याम’ से पूजे जाओगे। जो तुम्हें सच्चे मन से याद करेगा, उसकी मनोकामना पूर्ण होगी।”
🪔 मनोकामनापूर्ति का आशीर्वाद कैसे लिया जाएगा?
इस संकल्प सिद्धि पूजा में खाटू श्याम जी का अभिषेक और श्रृंगार अत्यंत पवित्र माना गया है। पंडित जी दूध, दही, शहद, घी और पंचामृत से अभिषेक करते हैं, जिससे मंदिर में दिव्यता और शांति हर दिशा में फैल जाती है। अभिषेक के बाद सुंदर श्रृंगार किया जाता है—चंदन, इत्र, गुलाल, फूलों की मालाएँ, मुकुट, हार और रत्न आभूषणों से। दीपकों की रोशनी में बाबा श्याम की नीलवर्णी छवि और भी दिव्य लगती है। माना जाता है कि ऐसे माहौल में मनोकामना सिद्धि जल्दी फल देती है।
🪔 यह पूजा आपके लिए खास क्यों है?
इस रविवार, उज्जैन के श्री खाटू धाम में एक विशेष मनोकामना पूर्ति पूजा हो रही है। श्री मंदिर के माध्यम से पूजा बुक करने पर आपको एक LIVE यूट्यूब लिंक दिया जाएगा, जिसमें कुछ मिनटों के लिए बाबा श्याम के गर्भगृह के दर्शन कराए जाएंगे। आपको वास्तविक समय में अपनी मनोकामना बोलने का पूरा समय मिलेगा। संकल्प के दौरान पंडित जी आपकी ओर से नारियल चढ़ावा अर्पित करेंगे, जो आपकी प्रार्थना को बाबा श्याम तक पहुँचाता है। आप श्रद्धा और भक्ति के साथ इस पवित्र पूजा में श्री मंदिर के माध्यम से शामिल हो सकते हैं।