🪔 कठिन समय में लाखों भक्त श्री खाटू श्याम जी की शरण क्यों लेते हैं?
श्री खाटू श्याम जी को कलियुग में महाभारत के महान योद्धा बर्बरीक के रूप में जाना जाता है। वे घटोत्कच के पुत्र और भीम के पौत्र थे। भक्तों के बीच उन्हें ‘हारे का सहारा’ कहा गया है। इसका अर्थ है — जब व्यक्ति स्वयं को असहाय, हारा हुआ या बिना किसी सहारे के महसूस करता है, तब वह अपने मन की बात सीधे खाटू श्याम जी से कह सकता है।
🪔 2026 की शुरुआत में प्रार्थना का उत्तम समय
जैसे ही आप 2026 में प्रवेश कर रहे हैं, यह आने वाले वर्ष के लिए प्रार्थना करने का श्रेष्ठ अवसर है। चाहे बीते समय की अधूरी इच्छाएँ हों या नए साल के नए सपने—मनोकामना पूर्ति विशेष पूजा आपके सभी नए वर्ष के संकल्पों के लिए अत्यंत शुभ मानी जाती है। यह पावन पूजा उज्जैन स्थित श्री खाटू धाम में आयोजित की जा रही है, जहाँ आप घर बैठे लाइव अपने मन की बात बाबा श्याम तक पहुँचा सकते हैं।
🪔 महावीर बर्बरीक कैसे बने श्री खाटू श्याम?
महावीर बर्बरीक के पास तीन अचूक बाण थे और उन्होंने प्रतिज्ञा ली थी कि वे युद्ध में हमेशा कमजोर पक्ष का साथ देंगे। यह सुनकर भगवान श्रीकृष्ण साधु के रूप में उनसे मिलने आए। धर्म की रक्षा के लिए श्रीकृष्ण ने उनसे उनका शीश दान में माँगा। बर्बरीक ने प्रसन्नता से अपना शीश अर्पित कर दिया। इस महान बलिदान से प्रसन्न होकर श्रीकृष्ण ने उन्हें वरदान दिया कि कलियुग में वे श्याम नाम से पूजे जाएँगे और सच्चे मन से स्मरण करने वालों की इच्छाएँ पूरी करेंगे।
🪔 आपकी मनोकामना कैसे अर्पित की जाएगी?
इस संकल्प सिद्धि पूजा में खाटू श्याम जी का अभिषेक और श्रृंगार अत्यंत दिव्य माना जाता है। विद्वान पंडित दूध, दही, शहद, घी और पंचामृत से अभिषेक करते हैं। इसके बाद चंदन, फूलों की मालाएं, मुकुट और आभूषणों से सुंदर श्रृंगार किया जाता है। दीपों की रोशनी में बाबा श्याम का स्वरूप और भी दिव्य प्रतीत होता है। ऐसी पवित्र भावना में की गई प्रार्थना को विशेष फलदायी माना जाता है।
🪔 यह पूजा विशेष और व्यक्तिगत क्यों है?
इस रविवार श्री खाटू धाम, उज्जैन में विशेष इच्छा पूर्ति पूजा होगी। श्री मंदिर के माध्यम से बुक करने पर आपको LIVE यूट्यूब लिंक मिलेगा, जिससे आप कुछ समय के लिए गर्भगृह में बाबा श्याम के सजीव दर्शन कर सकेंगे और अपनी मनोकामना स्वयं बोल सकेंगे। संकल्प के समय पंडित आपके नाम से नारियल अर्पित करेंगे, जिससे आपकी प्रार्थना सीधे बाबा श्याम तक पहुंचेगी। आप श्रद्धा और विश्वास के साथ इस पावन पूजा में शामिल हो सकते हैं। 🙏