🔱 हिंदू परंपरा में मंगलवार का विशेष महत्व है, क्योंकि यह दिन भगवान श्री मंगलदेव और हनुमान जी को समर्पित माना गया है। शास्त्रों के अनुसार, मंगलवार की पूजा मंगलदेव तक सबसे अधिक प्रभाव से पहुंचती है। इसलिए, मांगलिक दोष, विवाह में देरी और रिश्तों की समस्याओं के उपाय विशेष रूप से मंगलवार को करने की सलाह दी जाती है। साल का पहला मंगलवार पूरे वर्ष के लिए मंगल के प्रभाव को सक्रिय करता है। माना जाता है कि यदि वर्ष की शुरुआत में मंगल से जुड़े दोष शांत न किए जाएं, तो वही बाधाएं पूरे साल दोहराई जा सकती है।
🔱 विवाह में देरी, बार-बार रिश्ते टूटना, विवाह प्रस्तावों का रुक जाना या भावनात्मक असंतुलन अक्सर कुंडली में मांगलिक दोष या अशांत मंगल के कारण होता है। मंगल साहस, प्रतिबद्धता, प्रेम और वैवाहिक स्थिरता का कारक ग्रह है। जब उसका प्रभाव कठोर हो जाता है, तो गुस्सा, अहंकार के साथ विवाह में अनावश्यक देरी देखने को मिलती है। इसी कारण भक्त साल के पहले मंगलवार को मंगल शांति पूजा कर वर्ष की शुरुआत शुभ और संतुलित ऊर्जा के साथ करना चाहते हैं।
🔱 श्री मंगल देव को समर्पित सभी मंदिरों में उज्जैन का मंगलनाथ महादेव मंदिर सबसे अधिक पवित्र माना जाता है। मान्यता है कि यही भगवान मंगल का जन्म स्थान भी है। यहां की गई पूजा मंगल के तीव्र प्रभाव को शांत करती है। पीढ़ियों से मांगलिक दोष, विवाह में देरी और वैवाहिक तनाव से परेशान लोग यहां आकर आशीर्वाद लेते रहे हैं।
🔱 6 जनवरी 2026, वर्ष के पहले मंगलवार को मंगलनाथ महादेव मंदिर में यह विशेष पूजा संपन्न की जा रही है, जिससे पूरे वर्ष 2026 में विवाह और संबंधों में शांति बनी रहे।
🌸 मांगलिक दोष शांति पूजा – मंगल के अशुभ प्रभाव को कम करने के लिए
🌸 पीपल वृक्ष पूजा – रिश्तों में धैर्य, समझ और स्थिरता के लिए
🌸 मंगल दान कुंजिका – मंगलदेव को प्रसन्न करने और ग्रह संतुलन के लिए
🔱 ये सभी अनुष्ठान मिलकर समय पर विवाह, भावनात्मक संतुलन और स्थायी दांपत्य सुख के लिए एक विशेष प्रार्थना बनाते हैं। श्री मंदिर के माध्यम से की जा रही यह पूजा मंगल दोष शांति और पूरे वर्ष रिश्तों में स्थिरता के लिए दिव्य आशीर्वाद प्रदान करती है।