वैदिक ज्योतिष के अनुसार, जब जन्म कुंडली में मंगल एवं राहु एक ही घर में स्थित हों, तब अंगारक दोष होता है। परिणामस्वरूप, मंगल (पित्त) और राहु (वात) के प्रतिकूल प्रभाव से प्रभावित लोगों को अत्यधिक क्रोध एवं पित्त, दुर्घटनाओं और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। मंगल राहु अंगारक दोष निवारण पूजा और शिव रुद्राभिषेक से कई प्रकार के चमत्कारिक लाभ मिलते हैं, जिनमें नकारात्मकता से छुटकारा, धन एवं ऐश्वर्य की प्राप्ति, विवादों का समाधान, अदालती मामलों में जीत होना, वैवाहिक जीवन में सुख की प्राप्ति एवं अंगारक दोष से छुटकारा मिलना आदि हैं। 19 मार्च 2024, मंगलवार फाल्गुन शुक्ल दशमी पर श्री मंगलनाथ महादेव मंदिर, उज्जैन के आचार्यों द्वारा आयोजित इस पूजा में भाग लें।