🛕मंदिर बंद होने से पहले अंतिम पूजा🌸
मां कामाख्या तंत्र महायज्ञ को अत्यंत प्रभावशाली अनुष्ठान माना गया है, यह देवी को शीघ्र प्रसन्न करने का एकमात्र साधन है। यह अनुष्ठान सभी मनोकामनाओं की पूर्ति, नकारात्मक शक्तियों से सुरक्षा, जीवन में सुख-समृद्धि की प्राप्ति, रोगों से मुक्ति, शत्रुओं पर विजय और मोक्ष की प्राप्ति के लिए किया जाता है। मान्यता है कि शुभ दिनों में यह अनुष्ठान करने से इसका प्रभाव कई गुना बढ़ जाता है। यही कारण है कि भव्य अंबुबाची महोत्सव से पहले मां कामाख्या मंदिर के बंद होने पर मां कामाख्या तंत्र महायज्ञ का आयोजन किया जाएगा। अंबुबाची मेला मां कामाख्या के रजस्वला होने की खुशी में मनाया जाता है जो कि तीन दिनों तक चलता है।
माना जाता है कि दुनिया के अन्य स्थानों पर असफल होने वाली तांत्रिक साधनाएं इस दौरान यहां पूरी होती हैं, यही वजह है कि देश-दुनिया से श्रद्धालु यहां आते हैं। जो भक्त इस दौरान कामाख्या तीर्थक्षेत्र नहीं पहुंच पाते वो इस पूजा के साथ अभिमंत्रित की हुई वस्तुओं को अपने घर पर रख सकते हैं। मान्यता है कि इस दौरान माता के तीर्थक्षेत्र से अभिमंत्रित हुई वस्तुओं को अपने घर में रखने से सुख, समृद्धि एवं खुशहाल वैवाहिक जीवन का आशीष प्राप्त होता है साथ ही सकारात्मक एवं दिव्य ऊर्जा का अनुभव भी होता है। इस पावन दिन पर जब मां कामाख्या मंदिर फिर से खुलेगा, तो मां कामाख्या तंत्र महायज्ञ का आयोजन किया जाएगा। श्री मंदिर के माध्यम से इस भव्य अनुष्ठान में भाग लें और अपनी सभी मनोकामनाओं को पूरा करने के लिए मां कामाख्या का आशीर्वाद प्राप्त करें।