ज्येष्ठ कृष्ण पक्ष की एकादशी के दिन भद्रकाली जयंती मनाई जाती है। पौराणिक कथाओं के अनुसार इस शुभ दिन पर देवी भद्रकाली भगवान शिव के बालों से प्रकट हुई थीं। देवी सती के मृत्यु के बाद माता के इस अवतार का मुख्य कारण पृथ्वी से सभी राक्षसों का विनाश करना था। देवी भद्रकाली अपने भक्तों के जीवन में प्रकाश एवं आशा की किरण लाती हैं, साथ ही नकारात्मकता एवं अंधकार को दूर करती हैं।
भद्रकाली अर्थात् माता काली का ऐसा स्वरूप जो सौम्य, सरल और पूर्ण सात्विक है। भद्रकाली स्तोत्र पाठ के जाप से माता की दिव्य कृपा प्राप्त होती है। वहीं काली सहस्त्रनाम का जाप करने से सभी प्रकार के भूत, प्रेत, आत्मा, चांडाल, पिशाच, काला जादू का प्रभाव नष्ट हो जाता है। इसके अलावा सभी कामनाओं की सिद्धि होती है। दिनांक 02 जून 2024, भद्रकाली जयंती के दिन भद्रकाली स्तोत्र पाठ एवं काली सहस्रनाम पाठ में भाग लेकर नकारात्मक ऊर्जाओं, बुरी शक्तियों एवं भय से सुरक्षा प्राप्त करें।