जीवन में सभी प्रकार के सुख, वैभव तथा ऐश्वर्य देने के साथ इच्छापूर्ति करने वाली, दस महाविद्याओं में से एक हैं देवी त्रिपुरासुंदरी। देवी त्रिपुर सुंदरी अनुपम सौंदर्य से युक्त हैं और इनकी उम्र 16 वर्ष की मानी जाती है, जिस कारण इन्हें षोडशी भी कहा जाता है। शास्त्रों के अनुसार षोडशी सहस्त्रनाम स्तोत्र का पाठ करने से मनचाहे फल की प्राप्ति अवश्य होती है। प्रयागराज में स्थित ललिता माता मंदिर के आचार्यों द्वारा दिनांक 03 मई 2024, को माँ ललिता त्रिपुर सुंदरी यज्ञ एवं षोडशी सहस्त्रनाम पाठ का आयोजन किया गया है। श्री मंदिर के माध्यम से इस विशेष यज्ञ एवं पाठ में भाग लेकर देवी से सभी मनोकामनाओं की पूर्ति का वरदान पाएं।