शत्रु विनाशिनी देवी मां बगलामुखी 8वीं महाविद्या हैं। वैशाख मास के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि को देवी प्रकट हुईं थी इसलिए इस दिन को बगलामुखी जयंती के रूप में मनाया जाता है। देवी बगलामुखी को 36 अंक बहुत प्रिय है इसलिए उनका मूल मंत्र भी 36 अक्षरों से मिलकर बना है, जो कि शत्रुओं को परास्त करने एवं खतरों से सुरक्षा का सबसे बड़ा अस्त्र है। मान्यता है कि इस शुभ दिन पर 36,000 बार मूल मंत्र का जाप करने से शत्रुओं पर विजय, जानलेवा बीमारियों से मुक्ति मिलती है। इसके अलावा इस दिन बगलामुखी हवन करने से कोर्ट कचहरी मामलों में विजय एवं दुर्घटना से सुरक्षा प्राप्त होता है। दिनांक 15 मई 2024 को उज्जैन के मां बगलामुखी मंदिर में होने वाली इस पूजा में श्री मंदिर के माध्यम से अवश्य भाग लें।