🔥 मंगलवार का दिन माँ बगलामुखी की साधना के लिए अत्यंत शुभ माना गया है। मान्यता है कि इस दिन की गई साधना से शत्रुओं पर विजय, न्यायिक मामलों में सफलता और नकारात्मक शक्तियों से रक्षा का आशीष मिलता है। माँ बगलामुखी को ‘स्तंभन शक्ति’ की देवी कहा जाता है, वे शत्रुओं की वाणी, बुद्धि और चालों को रोक देती हैं। इसीलिए, मंगलवार को श्री मंदिर द्वारा हरिद्वार सिद्धपीठ मां बगलामुखी तंत्र युक्त हवन, यंत्र षोडशोपचार कुमकुम अभिषेक होने जा रहा है। यह आराधना कोर्ट-कचहरी में राहत और शत्रु विजय की राह मजबूत कर सकती है।
🔥 यंत्र षोडशोपचार कुमकुम अभिषेक एक विशेष वैदिक प्रक्रिया है, जिसमें देवी की शक्ति को यंत्र में आमंत्रित कर उसकी पूजा की जाती है। ‘षोडशोपचार’ का अर्थ है सोलह विधियों से आराधना — जैसे स्नान, वस्त्र, पुष्प, धूप, दीप, नैवेद्य आदि। वहीं, इस आराधना में शामिल कुमकुम अभिषेक में देवी मां को लाल कुमकुम से अभिषेक कर उनकी कृपा का आह्वान किया जाता है। विद्वान मानते हैं कि यह पूजा भक्तों के जीवन में सौभाग्य, आत्मबल और कानूनी राहत लाने वाली मानी जाती है। इस विधि से देवी की दिव्य शक्ति यंत्र में जाग्रत होती है और भक्तों को शुभ फल मिलने की संभावना कई गुना बढ़ जाती है।
🔥 हरिद्वार के सिद्धपीठ में किया जाने वाला माँ बगलामुखी हवन अत्यंत शक्तिशाली तंत्र अनुष्ठानों में से एक माना गया है। इस हवन में मां की ‘स्तम्भन शक्ति’ का आह्वान किया जाता है, जो शत्रुओं की वाणी और बुद्धि को रोककर साधक की रक्षा करती है। इस विशेष हवन के दौरान हल्दी, पीली सरसों, और चने की आहुति भी दी जाती है, जिससे जीवन में विजय, सुरक्षा और स्थिरता की ऊर्जा जागृत होती है। हरिद्वार जैसे पवित्र तीर्थ में किया गया यह हवन नकारात्मकता, भय और बाधाओं का नाश कर सालों से चले आ रहे कानूनी मामलों में विजय की सही दिशा दिखा सकता है।
🪔 श्री मंदिर द्वारा मां बगलामुखी तंत्र युक्त हवन एवं यंत्र षोडशोपचार कुमकुम अभिषेक में भाग लें और कोर्ट कचहरी मामले और शत्रुओं पर विजय का आशीर्वाद पाएं।