🚩 श्री भैरव जयंती के पावन अवसर पर मां बगलामुखी और भगवान काल भैरव की संयुक्त आराधना को सनातन परंपरा में अत्यंत शक्तिशाली माना गया है। काल भैरव देव अदृश्य नकारात्मक शक्तियों और भय का नाश करने वाले रक्षक माने जाते हैं, जबकि मां बगलामुखी वाणी, बुद्धि और परिस्थिति पर नियंत्रण प्रदान कर शत्रुओं के प्रभाव को शांत करती हैं। दोनों की संयुक्त पूजा जीवन में सुरक्षा, साहस और आत्मविश्वास का कवच स्थापित कर सकती है। ऐसा विश्वास है कि इस दिन की गई साधना शत्रुओं से रक्षा, कोर्ट-कचहरी मामलों में राहत और अचानक कर्ज जैसे संकटों से रक्षा के लिए बेहद फलदायी मानी गई है।
🚩 हिमाचल प्रदेश स्थित मां बगलामुखी मंदिर में संपन्न होने वाला मां बगलामुखी–काल भैरव संपुट शत्रु विजय महायज्ञ जीवन में उत्पन्न विवादों, शत्रु बाधाओं, कानूनी उलझनों और ईर्ष्या-नज़रदोष को शांत करने के लिए भी प्रभावशाली अनुष्ठान माना गया है। मां बगलामुखी शत्रुओं की वाणी और नकारात्मक प्रयासों को स्तंभित करती हैं, वहीं काल भैरव अदृश्य नकारात्मक शक्तियों और भय को दूर कर सुरक्षा प्रदान करते हैं। दोनों की संयुक्त आराधना से मन में साहस, निर्णय-शक्ति और स्थिति पर नियंत्रण की क्षमता बढ़ती है। श्रद्धा के साथ किए गए इस महायज्ञ से जीवन के संघर्षपूर्ण समय में साहस और धैर्य का आशीष मिलता है और कानूनी उलझनें अपने आप शांत होनी शुरू हो जाती हैं।
🚩 काल भैरव जयंती भगवान शिव के उग्र, रक्षक और दंडदाता स्वरूप काल भैरव के अवतरण दिवस के रूप में मनाई जाती है। शास्त्रों में वर्णित है कि जब संसार में अधर्म और अन्याय बढ़ा, तब शिव जी ने भैरव रूप धारण कर दुष्ट शक्तियों का विनाश किया और धर्म की पुनर्स्थापना की। श्री काल भैरव को समय, न्याय, भय-नाश और सुरक्षा का अधिपति माना गया है। इस दिन निशित काल में भैरव आराधना, नाम जप, तिल तेल अभिषेक और भैरव स्तोत्र पाठ के साथ मां बगलामुखी का महायज्ञ अत्यंत फलदायी माना जाता है। यह साधना नकारात्मक ऊर्जा, शत्रु बाधा और भय से रक्षा प्रदान कर साहस और सफलता का आशीर्वाद देती है।
श्री मंदिर द्वारा माँ बगलामुखी-काल भैरव संपुट शत्रु विजय महायज्ञ में भाग लें और दुश्मनों, कोर्ट केस और कर्ज संकट से आने वाली बाधाओं से सुरक्षा का दिव्य आशीष पाएं।