मां अन्नपूर्णा को विशेष रूप से, भोजन और पोषण की देवी के रूप में पूजा जाता है। पौराणिक कथाओं के अनुसार, जो लोग अन्नपूर्णा देवी की पूजा करते हैं, वे भूखे नहीं रहते। देवी भागवत और स्कंदपुराण में माता की महिमा का गुणगान किया गया है। जिसमें उन्हें ज्ञान, बुद्धि, आध्यात्मिक ऊर्जा, साहस और शरीर तथा मन की शक्ति के स्रोत के रूप में वर्णित किया गया है। मां अन्नपूर्णा को प्रसन्न करने के लिए नवरात्रि की सप्तमी तिथि बेहद खास है, दिनांक 15 अप्रैल 2024 को आयोजित होने वाली माँ अन्नपूर्णा महापूजा, अन्नपूर्णा अष्टकम पाठ एवं अन्न दान में श्री मंदिर के माध्यम से भाग लें और माता का शुभाशीष प्राप्त करें।