कभी-कभी ऐसा लगता है कि अच्छे इरादों और कड़ी मेहनत के बावजूद भी आर्थिक चिंता बनी रहती है। हम पूरी लगन से अपने काम में लगे रहते हैं, चाहे वह नौकरी हो, व्यापार हो, या फिर हमारे पास मौजूद साधन जैसे लैपटॉप, वाहन, दुकान या हमारे अपने हाथ, फिर भी कई बार मेहनत का फल वैसा नहीं मिलता जैसा होना चाहिए। शास्त्रों के अनुसार, ऐसा तब होता है जब हमारे कर्म में दैवी कृपा का सहारा नहीं होता। हमारे काम को सफल बनाने के लिए सिर्फ मेहनत ही नहीं, बल्कि ईश्वर की ऊर्जा और आशीर्वाद भी जरूरी है। आश्विन शुक्ल नवमी को मनाया जाने वाला आयुध पूजा का पर्व इसी ऊर्जा को पाने का शुभ समय है।
इस दिन हम अपने रोज़गार और कामकाज में इस्तेमाल होने वाले औजारों की पूजा करते हैं ताकि उनमें दिव्य शक्ति का संचार हो। माना जाता है कि इस पूजा से माँ विंध्यवासिनी, माँ अष्टलक्ष्मी और भगवान कुबेर का आशीर्वाद प्राप्त होता है। हमारे शास्त्र बताते हैं कि ब्रह्मांड की सारी संपत्ति और शक्ति परमशक्ति से ही आती है। माँ विंध्यवासिनी शक्तिपीठ में देवी पूरी शक्ति के साथ विराजमान हैं और अपने भक्तों को ऊर्जा और सफलता देती हैं। भगवान कुबेर, जो दिव्य निधियों के स्वामी हैं, और माँ अष्टलक्ष्मी, जो आठ प्रकार के धन और समृद्धि की देवी हैं, दोनों देवी माँ की कृपा से ही शक्ति प्राप्त करते हैं। माना जाता है कि माँ की पूजा करने से समृद्धि की सारी शक्तियाँ आकर्षित होती हैं। कहा जाता है कि महाभारत युद्ध से पहले पांडवों ने भी आयुध पूजा के दिन अपने शस्त्रों की पूजा की थी ताकि विजय सुनिश्चित हो सके।
उसी तरह, इस दिन औजारों की पूजा करने से उनमें दिव्य शक्ति आती है, जिससे हमारे कामकाज में सफलता और स्थिरता मिलती है। कुबेर-अष्टलक्ष्मी नव-निधि महायज्ञ इस दिन विशेष रूप से किया जाता है। इस यज्ञ में पवित्र अग्नि के माध्यम से माँ लक्ष्मी के आठ रूपों और भगवान कुबेर की नौ निधियों का आशीर्वाद पाने के लिए आहुतियाँ दी जाती हैं। इसमें श्री सूक्त के 11,000 मंत्रों का जाप किया जाता है, जिसे माँ लक्ष्मी को प्रसन्न करने वाला सबसे प्रभावशाली स्तोत्र माना जाता है। जब आयुध पूजा के दिन इस तरह का अनुष्ठान होता है, तो यह आपके काम को पवित्र करता है, आपके साधनों को शक्ति देता है और आर्थिक रुकावटों को दूर करके धन और सफलता की राह खोलता है।
श्री मंदिर के माध्यम से की जाने वाली यह विशेष पूजा आपके जीवन में धन, सफलता और वित्तीय सुरक्षा का आशीर्वाद लाती है।