कठिन समय में लाखों लोग क्यों श्री खाटू श्याम की ओर मुड़ते हैं?
श्री खाटू श्याम जी को कलियुग में महाभारत के महान योद्धा बार्बरिक के रूप में जाना जाता है। वह घटोत्कच के पुत्र और भीम के पौत्र थे। पुराणों में उन्हें प्यार से “हारे का सहारा” कहा जाता है यानी वह जो हमेशा उन लोगों का साथ देते हैं जो खुद को कमजोर या पराजित महसूस करते हैं। अगर आप कभी असहाय, खोया हुआ या मदद न मिलने पर निराश महसूस करते हैं, तो यही सही समय है कि आप अपने दिल की मनोकामनाएँ सीधे खाटू श्याम जी के चरणों में अर्पित करें।
वर्ष 2025 “मंगल का वर्ष” रहा, और कई लोगों को लगातार चुनौतियों का सामना करना पड़ा। जो काम हम साल की शुरुआत में करना चाहते थे, वे अब भी अधूरे हैं। ऐसे अपूर्ण इच्छाओं के लिए, 2026 में हरियाणा के श्री श्याम बाबा चुलकाना धाम में दिव्य संकल्प सिद्धि पूजा का आयोजन किया जा रहा है। परंपरा के अनुसार, यही वह जगह है जहाँ बर्बरिक ने कुरुक्षेत्र युद्ध से पहले भगवान कृष्ण को अपना सिर अर्पित किया था।
🚩 बर्बरिक कैसे बने श्री खाटू श्याम?
बर्बरिक के पास तीन अचूक तीर थे और उन्होंने संकल्प लिया था। किसी भी युद्ध में हमेशा कमजोर पक्ष का समर्थन करेंगे। यह सुनकर भगवान कृष्ण उन्हें एक ऋषि का रूप लेकर मिलने आए। कृष्ण जी ने समझा कि अगर बर्बरिक महाभारत युद्ध में शामिल हो गए, तो धर्म की रक्षा करना मुश्किल हो जाएगा। धर्म की रक्षा के लिए, कृष्ण जी ने बर्बरिक से उनके सिर को अर्पित करने के लिए कहा। बर्बरिक मुस्कुराए और बिना झिझक इसे अर्पित कर दिया। इस अद्भुत बलिदान से खुश होकर, श्री कृष्ण ने उन्हें आशीर्वाद दिया। “कलियुग में तुम्हारी पूजा मेरे नाम श्याम से होगी। जो तुम्हें सच्चे दिल से याद करेगा, उसकी सभी इच्छाएँ पूरी होंगी।”
🚩 आपकी मनोकामना कैसे पूरी होगी?
इस संकल्प सिद्धि पूजा में खाटू श्याम जी का अभिषेक और श्रृंगार बहुत ही दिव्य माना जाता है। पुजारी दूध, दही, शहद, घी और पंचामृत से अभिषेक करते हैं, जिससे मंदिर में शांत और भक्तिमय माहौल बनता है। इसके बाद उन्हें सुगंध, चंदन, फूल, मुकुट, हार और रत्नों से श्रृंगार किया जाता है। दीपों की रोशनी में बाबा श्याम का नीला रूप और भी ज्यादा दिव्य और शक्तिशाली दिखाई देता है। ऐसा माना जाता है कि इस पवित्र माहौल में संकल्प सिद्धि का असर और भी ज्यादा फलदायक होता है।
🚩 यह पूजा क्यों खास है?
इस रविवार, उज्जैन में बाबा श्याम मंदिर में मनोकामना पूजा आयोजित की जा रही है। पूजा बुक करने पर आपको एक लाइव यूट्यूब लिंक मिलेगा, जहाँ आप खाटू श्याम जी के गर्भगृह को कुछ मिनटों के लिए लाइव देख सकते हैं। आप उसी समय अपनी मनोकामना भी माँग सकते हैं। पूजा के दौरान, पंडित जी आपकी तरफ से नारियल चढ़ाएंगे और आपकी प्रार्थना बाबा श्याम के सामने पहुँचाएँगे।
आप श्रद्धा और भक्ति के साथ इस पवित्र पूजा में श्री मंदिर के माध्यम से जुड़ सकते हैं।