🔱 कई भक्त महसूस करते हैं कि बहुत प्रयास करने के बावजूद जीवन में काम आगे नहीं बढ़ता। शास्त्रों के अनुसार, ऐसे अवरोध ‘विघ्न’ के प्रभाव से माने जाते हैं, जो जीवन के सहज प्रवाह को बाधित करते हैं। ऐसे समय में भगवान श्री गणेश, विघ्नहर्ता, की ओर रुख करना सबसे प्रभावी उपाय माना जाता है।
शास्त्रों में वर्णन है कि जब माँ पार्वती ने भगवान गणेश का निर्माण किया, उस समय कैलाश पर्वत पर बुधदेव भी उपस्थित थे। भगवान गणेश के तेजस्वी स्वरूप से प्रभावित होकर बुधदेव ने अपना दिन, बुधवार, उन्हें समर्पित कर दिया। इसी कारण बुधवार को गणपति की उपासना विशेष फलदायी मानी जाती है। कहा जाता है कि इस दिन गणेश स्मरण करने से जीवन की बाधाएँ स्वाभाविक रूप से दूर होती हैं, और इसी वजह से वे विघ्नहर्ता कहलाते हैं।
भगवान गणेश के आठ दिव्य स्वरूप माने गए हैं, जिनमें सातवाँ स्वरूप ‘विघ्नराज’ विशेष रूप से बाधाओं को दूर करने और सफलता प्रदान करने के लिए पूजित होता है। जब भक्त सच्चे मन से विघ्नहर्ता पूजा और हवन में सम्मिलित होते हैं, तो ऐसा विश्वास है कि भगवान गणेश विघ्नराज रूप में प्रसन्न होकर विघ्नों को सिद्धि में बदल देते हैं। यह विशेष अनुष्ठान उज्जैन के पवित्र चिंतामन गणेश मंदिर में संपन्न होगा। यह मंदिर सिद्धपीठ के रूप में प्रसिद्ध है और भक्तों की चिंताओं को दूर करने के लिए जाना जाता है।
🔔 पावन बुधवार और चिंतामन गणेश मंदिर की ऊर्जा का यह संगम जीवन की जटिल समस्याओं से राहत के लिए विशेष माना जाता है। यदि आपको लगता है कि आपके प्रयास लगातार विफल हो रहे हैं, आप असमंजस में हैं या जीवन में अड़चनें बार-बार सामने आ रही हैं, तो यह पूजा भगवान गणेश से दिव्य सहारा पाने का श्रेष्ठ अवसर है।
🙏 श्री मंदिर द्वारा आयोजित इस पूजन में भाग लेकर भक्त भगवान गणेश से आशीर्वाद की प्रार्थना कर सकते हैं, जिससे जीवन की बाधाएँ दूर हों और सुख-समृद्धि तथा दिव्य संरक्षण प्राप्त हो।