🕉️ क्या आप जीवन में बार-बार आने वाली बाधाओं, परेशानियों और नकारात्मक शक्तियों से चिंतित हैं? इस विशेष पूजा से जुड़कर मां चामुंडा और भगवान भैरव की दिव्य रक्षा का आह्वान करें🔱
क्या आप जीवन में बार-बार आने वाली बाधाओं, परेशानियों और नकारात्मक शक्तियों से चिंतित हैं? अक्सर ऐसा लगता है कि रास्ते में लगातार अड़चनें आती हैं और नकारात्मक शक्तियाँ हमारी राह रोकती हैं। ऐसे समय में नवरात्रि का पावन अवसर विशेष रूप से सहायक माना गया है। नवरात्रि, जो नौ रातों का त्योहार है, अच्छाई की बुराई पर विजय का प्रतीक है। प्राचीन कथाओं के अनुसार, महिषासुर नामक राक्षस ने देवताओं और मनुष्यों पर शासन कर भय और अराजकता फैला दी थी। जब देवता उसे परास्त नहीं कर सके, तो उन्होंने मां आदिशक्ति का आह्वान किया। नौ रातों तक चले भयंकर युद्ध में देवी ने महिषासुर का संहार किया और संसार में न्याय, शांति और संतुलन बहाल किया।
इसी पावन समय में मां चामुंडा और भगवान भैरव की संयुक्त पूजा का भी विशेष महत्व माना जाता है। मां चामुंडा, देवी दुर्गा का उग्र रूप, जिन्होंने चंड और मुंड नामक दैत्यों का वध कर अपने भक्तों की रक्षा की, अत्यंत पूजनीय मानी जाती हैं। वहीं भगवान भैरव, शिव का भयंकर रूप, देवी के रक्षक हैं और भय, नकारात्मकता तथा गुप्त शत्रुओं को नष्ट करने में सहायक माने जाते हैं। उनकी कृपा से साधक अपने चारों ओर सुरक्षा का अनुभव करता है और जीवन की बाधाओं से राहत पाता है। यही कारण है कि नवरात्रि की षष्ठी तिथि को इस पूजा का आयोजन विशेष रूप से फलदायी माना जाता है।
इसी दिव्य संरक्षण और शक्ति का अनुभव कराने के लिए हिमाचल प्रदेश के चामुंडा देवी शक्तिपीठ में चामुंडा-भैरव महारक्षा रात्रि अनुष्ठान और महायज्ञ का आयोजन किया जा रहा है। यह वही पवित्र स्थल है जहाँ माता सती के चरण गिरे थे, इसलिए इसे शक्तिपीठ का विशेष महत्व प्राप्त है। यह अनुष्ठान रातभर चलेगा क्योंकि माना जाता है कि रात के समय नकारात्मक शक्तियाँ अधिक सक्रिय होती हैं। यज्ञ, मंत्रजाप और मां चामुंडा व भगवान भैरव की कृपा से भक्तों के चारों ओर दिव्य सुरक्षा कवच स्थापित होता है। इस पावन अनुष्ठान में भाग लेकर आप अपने परिवार की रक्षा, जीवन की बाधाओं से राहत, साहस, सफलता और मानसिक शांति का अनुभव कर सकते हैं।
🙏 इस पावन अवसर का हिस्सा बनें और मां चामुंडा व भगवान भैरव की कृपा से अपने जीवन और परिवार में सुरक्षा, सफलता और शांति का आशीर्वाद पाएं।