🪔 इस वर्ष मकर राशि वालों के लिए राहु का गोचर दूसरे भाव में आया है। वैदिक ज्योतिष में दूसरा भाव परिवार, स्वास्थ्य की स्थिरता, वाणी और शारीरिक सुरक्षा का कारक माना जाता है। जब राहु इस भाव को प्रभावित करता है, तो अक्सर बिना कारण स्वास्थ्य की परेशानी, बार-बार डॉक्टर के चक्कर, परिवार की सेहत को लेकर तनाव और अचानक शारीरिक कमजोरी जैसी समस्याएँ दिखाई देती हैं।
कई मकर राशि वाले इस समय महसूस कर रहे होंगे:
बार-बार स्वास्थ्य समस्याएँ लेकिन सही कारण न मिलना
अचानक कमजोरी, थकान या परिवार की सेहत को लेकर चिंता
बिना वजह बढ़ते मेडिकल खर्च
अपने प्रियजनों की सेहत को लेकर लगातार तनाव
यह सब संयोग नहीं है — यह राहु के कारण परिवार और स्वास्थ्य क्षेत्र पर बन रहा दबाव है। ऐसे समय में सिर्फ दवाइयाँ ही नहीं, बल्कि ज्योतिषीय और आध्यात्मिक उपाय भी ज़रूरी माने जाते हैं।
2025 में मकर राशि के लिए राहु जाप और शिव रुद्राभिषेक क्यों ज़रूरी है?
राहु अनिश्चितता, छुपे हुए दोष, विषैली ऊर्जा, डर और अचानक परेशानियों का कारक है।
जब राहु स्वास्थ्य को प्रभावित करता है, तो उसे शांत करना जरूरी हो जाता है ताकि शरीर और मन दोनों स्थिर रहें।
राहु मूल मंत्र जाप राहु की नकारात्मक तरंगों को शांत कर अचानक होने वाली स्वास्थ्य परेशानियों और मानसिक बेचैनी को कम करने में मदद करता है।
शिव रुद्राभिषेक ग्रहों के दोषों को दूर करने और शरीर-मन की शुद्धि के लिए सबसे प्रभावी वैदिक उपाय माना जाता है।
भगवान शिव ही उपचार और विष—दोनों के देवता हैं, इसलिए राहु के कारण आए स्वास्थ्य दोषों को दूर करने में उनका अभिषेक अत्यंत शक्तिशाली माना जाता है।
🪔 रुद्राभिषेक और राहु जाप कैसे लाभ देता है?
इस पूजा में शिवलिंग पर दूध, दही, शहद, जल आदि चढ़ाया जाता है, जो सभी बाधाओं और अशुद्धियों के नाश का प्रतीक है।
साथ ही राहु जाप सीधे राहु ग्रह को शांत कर उसकी नकारात्मक ऊर्जा को सकारात्मक आशीर्वाद में बदल देता है।
जब आप यह पूजा पवित्र सोमवार को करते हैं—जो ग्रह पूजा का विशेष दिन माना जाता है—तो आप अपनी राशि की समस्याओं को सीधे भगवान शिव की कृपा से जोड़ देते हैं। इससे परिवार की सेहत, सुरक्षा और सुख-शांति बढ़ने की मान्यता है।
यह विशेष पूजा श्री मंदिर के माध्यम से आपके जीवन में स्वास्थ्य, शांति और दिव्य सुरक्षा के आशीर्वाद लाती है।