कर्क राशि चंद्रमा से संचालित होती है, इसलिए इस राशि के लोग भावनाओं, परिवार और मानसिक शांति के प्रति बहुत संवेदनशील होते हैं और इस साल यानि 2025 में सूर्य की स्थिति बारहवें भाव में रहने के कारण परिवार के स्वास्थ्य और हृदय से जुड़ी चिंताओं में थोड़ी बढ़ोतरी हो सकती है। कई बार घर में लगातार छोटी-बड़ी परेशानियां या किसी सदस्य की सेहत को लेकर असहज अनुभव होने लगते हैं, जिससे मन अशांत हो सकता है। ऐसे समय में भगवान शिव की उपासना विशेष रूप से मददगार मानी जाती है। शिव को “देवों के देव महादेव” कहा जाता है और वे मानसिक शांति, भावनात्मक संतुलन और हृदय की ऊर्जा को संतुलित करने वाले देवता हैं।
उनका शांत, करुणामय और ध्यानमग्न स्वरूप कर्क राशि के भावुक स्वभाव के लिए बहुत लाभकारी माना जाता है। शिव की उपासना से न केवल मन की बेचैनी कम होती है, बल्कि परिवार में सुख-शांति और सामंजस्य भी बना रहता है। इसी कारण कर्क राशि के लिए हृदय और परिवार के स्वास्थ्य के लिए शिव अभिषेक करना शुभ माना जाता है। शिवलिंग पर दुग्ध अभिषेक करने से मन को ठंडक मिलती है, हृदय की ऊर्जा संतुलित होती है और परिवार के बुजुर्गों की सेहत की रक्षा के लिए यह लाभकारी माना जाता है। शिव के चरणों में प्रार्थना और अभिषेक करने से घर के वातावरण में सकारात्मक ऊर्जा फैलती है और मानसिक तनाव धीरे-धीरे कम होने लगता है।
इस विशेष अभिषेक को और प्रभावी बनाने के लिए इसे 2025 में श्री ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग में आयोजित किया जा रहा है। आप भी श्री मंदिर के माध्यम से इसमें भाग लेकर महादेव के चरणों में अपनी भावनाएं और प्रार्थनाएं अर्पित कर सकते हैं। इस प्रक्रिया से मन की शांति और परिवार की भलाई के लिए आंतरिक संतुलन महसूस किया जा सकता है।