गुजरात का पवित्र हथला शनि देव मंदिर भगवान श्री शनि देव के जन्मस्थान के रूप में पूजित है। ऐसा माना जाता है कि यहीं पर शनि देव ने जन्म लिया था और जब उन्होंने पहली बार अपनी दृष्टि अपने पिता सूर्य देव पर डाली, तो सूर्य का तेज मंद पड़ गया। यह अद्भुत घटना शनि देव की जन्म से विद्यमान अद्भुत आध्यात्मिक शक्ति का संकेत मानी गई। यह स्थान आज भी कर्म संतुलन और ग्रह शांति की सिद्धि के लिए अत्यंत शुभ स्थल माना जाता है। यहां बाल स्वरूप में शनि देव की पूजा की जाती है, और इस रूप में उनका स्वभाव कोमल, करुणामय और शीघ्र प्रसन्न होने वाला माना गया है।
सनातन परंपरा के अनुसार शनि देव जोकि न्याय और कर्म के देवता हैं। वे व्यक्ति को उसके कर्मों के अनुसार फल प्रदान करते हैं और जीवन में अनुशासन, संयम और सच्चाई की शिक्षा देते हैं। जब वे बाल शनि के रूप में पूजे जाते हैं, तो उनकी कृपा से मन का भय, भ्रम और झिझक दूर होती है। ऐसा माना जाता है कि बाल शनि की उपासना से व्यक्ति के भीतर स्पष्टता आती है और कठिन समय में आगे बढ़ने का आत्मबल प्राप्त होता है। शनि देव का बाल रूप भक्तों को सिखाता है कि हर चुनौती एक कर्मपथ का अवसर है, और सच्चे प्रयास से किसी भी रुकावट को पार किया जा सकता है।
जीवन में कई बार ऐसा समय आता है जब करियर में रुकावटें बढ़ जाती हैं, निर्णय कठिन लगने लगते हैं या अदृश्य भय मन को घेर लेता है। यह स्थिति प्रायः अशुभ ग्रह दशाओं, कर्म अवरोधों और मानसिक असंतुलन से जुड़ी होती है। ऐसे समय में शनि देव की विशेष पूजा, विशेषकर उनके जन्मस्थान पर की गई आराधना, अत्यंत शुभ मानी जाती है। यह पूजा व्यक्ति के जीवन में कर्म शुद्धि, धैर्य और संतुलन लाने वाली मानी गई है। बाल शनि की आराधना से व्यक्ति के भीतर से भ्रम और भय दूर होता है, जिससे वह अपने मार्ग पर दृढ़ता से चल पाता है।
इसी उद्देश्य से श्री मंदिर द्वारा इस पवित्र शनिवार को गुजरात के हथला शनि देव मंदिर में बाल शनि तेल अभिषेक और 18,000 शनि राशि शांति मंत्र जाप का विशेष अनुष्ठान आयोजित किया जा रहा है। तेल अभिषेक से शनि की उग्र ऊर्जा शांत होती है, और मंत्रोच्चारण का कंपन ग्रहों की असंतुलित शक्तियों को संतुलित करता है। यह अनुष्ठान उन लोगों के लिए विशेष रूप से शुभ है जो जीवन या करियर में लगातार आने वाली रुकावटों से थक चुके हैं। वह श्री मंदिर के माध्यम से इस अनुष्ठान में सहभागिता कर भक्त बाल शनि के करुणामय आशीर्वाद प्राप्त कर सकते हैं, जिससे उनके जीवन में आत्मविश्वास, स्पष्टता और निरंतर प्रगति का मार्ग प्रशस्त होता है।