🚩राम जन्मभूमि प्राण प्रतिष्ठा दिवस पर कराएं 24 घंटे का अखंड पाठ 🚩
सनातन धर्म के अनुसार, श्री रामचरितमानस अखंड पाठ एक पवित्र और दिव्य अनुष्ठान है, जिसे कई समस्याओं के निदान के लिए किया जाता है। यह पाठ लगातार लगभग 24 घंटों तक चलता है। इसलिए इसे अखंड पाठ कहा जाता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, इस पाठ को करने से न केवल बुरा वक्त टलता है बल्कि ईश्वर की भी असीम कृपा प्राप्त होती है। वहीं, राम जन्मभूमि के प्राण प्रतिष्ठा दिवस पर श्री रामचरितमानस अखंड पाठ करना अत्यंत प्रभावशाली हो सकता है। क्योंकि राम जन्मभूमि प्राणप्रतिष्ठा दिवस, न केवल एक धार्मिक आयोजन है, बल्कि भारतीय संस्कृति व आस्था का प्रतीक भी है। यह दिवस भगवान श्रीराम की पावन जन्मभूमि अयोध्या में उनकी प्रतिष्ठा का प्रतीक है, जो धर्म, मर्यादा और सत्य की स्थापना के लिए उनके अवतरण को स्मरण कराता है। प्राणप्रतिष्ठा का अर्थ है, मंदिर में भगवान के विग्रह को पूर्ण श्रद्धा और विधि-विधान से स्थापित कर उसमें दिव्य ऊर्जा का आवाहन करना। राम जन्मभूमि पर भगवान राम के प्राणप्रतिष्ठा का एक साल पूरा होने को है, इस शुभ अवसर पर भगवान राम को याद कर उनका आशीष पाना अत्यंत फलदायी हो सकता है।
इस शुभ अवसर पर श्री राम जन्मभूमि पर श्री रामचरितमानस अखंड पाठ कराना अपने आप में एक ऐतिहासिक और अद्वितीय अनुभव है। यह पाठ भगवान राम के जन्म, उनके बाल रूप की लीलाओं, वनवास और रावण वध जैसे घटनाओं का सार प्रस्तुत करता है। इस पावन अनुष्ठान के माध्यम से श्रद्धालु न केवल रामायण की शिक्षाओं को आत्मसात करते हैं, बल्कि अपने जीवन में धर्म, सत्य और कर्तव्य के प्रति जागरूकता भी लाते हैं। इस पवित्र पाठ को संपन्न कराना न केवल आध्यात्मिक लाभ प्रदान करता है, बल्कि परिवार को सुख, शांति और समृद्धि का आशीर्वाद भी मिलता है। इसलिए राम जन्मभूमि प्राणप्रतिष्ठा दिवस के शुभ अवसर पर अयोध्या के श्री प्राचीन राज द्वार मंदिर में 24 घंटे का अखंड पाठ का आयोजन किया जाएगा। श्री प्राचीन राज द्वार मंदिर को अयोध्या के सबसे ऊँचे मंदिरों में से एक माना जाता है। कहते हैं कि श्री राम, सीताजी एवं लक्ष्मणजी वनवास जाने के समय इसी मंदिर से होकर गए थे। श्री मंदिर के माध्यम से इस शुभ अवसर पर इस विशेष अनुष्ठान में भाग लें और परिवार की खुशहाली और प्रचुरता का आशीष पाएं।