कभी-कभी हम सब कुछ ठीक करते हुए भी जीवन में परेशानियों से घिरे महसूस करते हैं छिपे हुए शत्रु रास्ते में रुकावटें डालते हैं, सफलता ईर्ष्या को जन्म देती है, और हर दिशा में अंधेरा सा लगता है। ऐसा लगता है मानो कोई अदृश्य शक्ति हमारे जीवन में असंतुलन पैदा कर रही हो। शास्त्रों में कहा गया है कि ऐसी स्थिति में केवल आदि पराशक्ति यानी मां की सर्वोच्च और सर्वव्यापी शक्ति ही इस नकारात्मकता को समाप्त कर सकती है। जब मां काली, मां तारा, मां षोडशी, मां भुवनेश्वरी और मां बगलामुखी इन पाँच दिव्य शक्तियों की सामूहिक उपासना की जाती है, तो यह एक ऐसा दिव्य कवच बनाती है जो कठोर भी है और करुणामयी भी।
महाविद्याएं देवी के दस रूपों का प्रतीक हैं, और इनमें से ये पाँच देवियाँ शक्ति, ज्ञान और समृद्धि की सबसे प्रबल रूप मानी जाती हैं। मां बगलामुखी को “स्तंभन देवी” कहा जाता है, जो शत्रुओं को वहीं रोक देती हैं और उनके नकारात्मक प्रभावों को निष्क्रिय कर देती हैं। मां काली परिवर्तन की शक्ति हैं, जो अहंकार और बुराई के मूल को नष्ट करती हैं, जबकि मां षोडशी इच्छाओं की पूर्ति और समृद्धि का वरदान देती हैं। जब इन पांचों देवियों की सामूहिक पूजा की जाती है, तो यह साधक के जीवन के हर पहलू को संतुलित करती है। सुरक्षा, सफलता और मानसिक शांति सभी को एक साथ स्थापित करती है।
शुक्रवार और विशेष कार्तिक शुक्ल तृतीया के दिन किया जाने वाला शक्ति समृद्धि महायज्ञ दिव्य शक्ति की आराधना का सर्वोत्तम माध्यम माना गया है। इस यज्ञ में पवित्र अग्नि में दी जाने वाली आहुति पाँचों देवियों की शक्ति को सीधे आमंत्रित करती है। यह प्राचीन विधि नकारात्मक प्रभावों को समाप्त करने में मदद करती है, शत्रु बाधाओं का अंत करती है और घर-परिवार में समृद्धि और शुभता का प्रवाह लाती है। यह विशेष पूजन श्री मंदिर के माध्यम से आयोजित किया जा रहा है। इस अनुष्ठान में सम्मिलित होकर आप अपने जीवन में देवी शक्ति का संरक्षण, मानसिक शांति और दिव्य ऊर्जा का अनुभव प्राप्त कर सकते हैं।
महाविद्याओं की भूमिका
माँ बगलामुखी – जो शत्रुओं और नकारात्मक शक्तियों को रोकती हैं, वाणी और विचार में शक्ति देती हैं।
माँ काली – जो बाधाओं और मानसिक अंधकार को नष्ट कर नये अवसरों का मार्ग खोलती हैं।
माँ तारा – जो कठिन परिस्थितियों में मार्गदर्शन और स्पष्टता प्रदान करती हैं।
माँ षोडशी – जो संतुलन, आकर्षण और मानसिक शांति बनाए रखती हैं।
माँ भुवनेश्वरी – जो विकास, समृद्धि और स्थिरता की ऊर्जा प्रदान करती हैं।
🙏 श्री मंदिर के माध्यम से इस विशेष अनुष्ठान में भाग लेकर साधक पंच महाविद्याओं की कृपा का संगम अनुभव कर सकते हैं, जो जीवन में शक्ति, सुरक्षा और समृद्धि की दिशा में मार्गदर्शन प्रदान करती हैं।