✨ सनातन धर्म के अनुसार अक्षय नवमी, जिसे आमला नवमी भी कहा जाता है, सतयुग के आरंभ का प्रतीक मानी जाती है। यह वह युग था जो सत्य और धर्म का प्रतीक माना जाता। यह पर्व कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि को मनाया जाता है, जो देवउठनी एकादशी से दो दिन पहले आता है। इस दिन आमला (आंवला) वृक्ष की विशेष पूजा की जाती है, क्योंकि ऐसा विश्वास है कि उसमें माँ लक्ष्मी का वास होता है जो अपने भक्तों को स्वास्थ्य, समृद्धि और सम्पन्नता का आशीर्वाद देती हैं। जब अक्षय नवमी शुक्रवार के दिन पड़ती है, तब इसका महत्व कई गुना बढ़ जाता है, क्योंकि शुक्रवार माँ लक्ष्मी का विशेष दिन माना जाता है। इस दिन की पूजा से स्थायी धन, सौभाग्य और दिव्य कृपा की प्राप्ति होती है।
सनातन परंपरा में माँ लक्ष्मी को धन, वैभव और शांति की अधिष्ठात्री देवी माना गया है। शुक्रवार का दिन विशेष रूप से उनके पूजन के लिए शुभ माना जाता है। ऐसा विश्वास है कि विद्वान ब्राह्मणों द्वारा इस दिन की गई लक्ष्मी पूजा से जीवन में धन, संपत्ति और पुराने कर्ज से मुक्ति का वरदान मिलता है। जब यह पूजा शक्तिपीठ माँ महालक्ष्मी अंबाबाई मंदिर में की जाती है, तब इसका प्रभाव कई गुना बढ़ जाता है। यह मंदिर 51 शक्तिपीठों में से एक है, और इसकी विशेषता यह है कि सूर्यदेव स्वयं वर्ष में तीन बार यहाँ माँ महालक्ष्मी के दर्शन करने आते हैं।
शास्त्रों में कहा गया है कि जो भक्त शुक्रवार के दिन इस मंदिर में पूजा करते हैं, उन्हें जीवन में कभी धन की कमी नहीं होती। धार्मिक ग्रंथों के अनुसार 11,000 महालक्ष्मी मंत्र जाप, वैभव लक्ष्मी पूजन और हवन करना अत्यंत शुभ और प्रभावकारी माना गया है। ऐसा माना जाता है कि शुक्रवार के दिन महालक्ष्मी मंत्र का जाप करने से अपार धन की प्राप्ति संभव होती है और देवी लक्ष्मी स्वयं अपने भक्तों के जीवन से आर्थिक बाधाएँ दूर करती हैं। वैभव लक्ष्मी, जो माँ लक्ष्मी के आठ रूपों में से एक हैं, आनंद, वैभव और समृद्धि प्रदान करने वाली देवी मानी जाती हैं।
यह भी कहा जाता है कि जब इस रूप में माँ लक्ष्मी की विधिपूर्वक पूजा और हवन किया जाता है, तब दरिद्रता भक्तों के घर का रास्ता भूल जाती है और जीवन में वैभव का आगमन होता है। इसलिए इस महीने शक्तिपीठ माँ महालक्ष्मी अंबाबाई मंदिर में आयोजित 11,000 महालक्ष्मी मंत्र जाप, वैभव लक्ष्मी पूजन और धन-समृद्धि हवन अत्यंत दुर्लभ और फलदायी अवसर है। यह महापूजा धन आगमन, कर्जमुक्ति और जीवन में आनंद तथा सफलता के नए द्वार खोल सकती है।
🌸 इस पवित्र अनुष्ठान में शुक्रवार के दिन श्री मंदिर के माध्यम से शामिल होकर माँ लक्ष्मी से धन, सुख, ऋणमुक्ति और सर्वांगीण प्रगति का आशीर्वाद प्राप्त करें।