😔 जब सच्चे प्रयासों के बावजूद आर्थिक समस्याएं बनी रहती हैं, तो मन निराश हो जाता है। कई बार यह बाधाएं हमें असहाय महसूस कराती हैं। शास्त्रों के अनुसार, ऐसी कठिनाइयाँ पिछले कर्मों के प्रभाव या ग्रहों की स्थिति के कारण हो सकती हैं, जो समृद्धि के प्रवाह को रोक देती हैं। ऐसे समय में माता महालक्ष्मी, जो धन और सौभाग्य की अधिष्ठात्री देवी हैं, की शरण में जाना जीवन में नए अवसरों के द्वार खोल सकता है। वे समस्त ब्रह्मांड की समृद्धि का स्रोत हैं और उनके आशीर्वाद से सबसे गहरी परेशानियाँ भी दूर हो सकती हैं।
पुराणों में वर्णित है कि जब देवताओं ने अपनी सम्पत्ति और शक्ति खो दी, तो संसार अंधकार और दुख में डूब गया। उस समय असुरों के साथ मिलकर उन्होंने समुद्र मंथन किया। इस मंथन से अनेक दिव्य रत्न निकले और अंत में देवी महालक्ष्मी प्रकट हुईं, जो कमल पर विराजमान थीं और उनके हाथों से स्वर्ण सिक्के गिर रहे थे। उनके आगमन से तुरंत ही संसार में सौभाग्य और प्रकाश लौट आया। उन्होंने भगवान विष्णु को अपना पति चुना और देवताओं को फिर से समृद्धि प्रदान की। इससे सिद्ध होता है कि उनका आशीर्वाद हर कमी का सर्वोत्तम समाधान है।
यह विशेष पूजा पवित्र महालक्ष्मी अंबाबाई शक्तिपीठ में की जाती है। विद्वान पंडित यहां मां महालक्ष्मी के 108 पवित्र नामों का जाप करेंगे। प्रत्येक नाम उनके दिव्य गुणों को स्मरण करता है और उनके आशीर्वाद की प्रार्थना करता है। साथ ही पवित्र अग्नि में विशेष आहुति देकर होम किया जाएगा ताकि प्रार्थनाएं सीधे देवी तक पहुंच सकें और आर्थिक बाधाओं को दूर कर समृद्धि का मार्ग प्रशस्त हो सके। माना जाता है कि शुद्ध मन से मां महालक्ष्मी की पूजा करने से उनका आशीर्वाद प्राप्त होता है, जिससे ऋण से राहत मिलती है और जीवन में धन और खुशहाली आती है।
🙏 श्री मंदिर के माध्यम से यह विशेष पूजा मां महालक्ष्मी के आशीर्वाद को आपके जीवन में आमंत्रित करती है।