कटरा तीर्थ क्षेत्र को इतना आध्यात्मिक रूप से शक्तिशाली क्यों माना जाता है? 🙏
कटरा तीर्थ क्षेत्र, जो जम्मू के त्रिकूट पर्वतों में स्थित है, भारत के सबसे पवित्र तीर्थ स्थलों में से एक है। यह स्थान माँ वैष्णो देवी का दिव्य आवास माना जाता है, जो तीन प्रमुख देवियों—लक्ष्मी, सरस्वती, और काली—का अवतार हैं। इन तीनों देवियों की की शक्तियों का मिलन इस क्षेत्र को आध्यात्मिक दृष्टि से अत्यंत शक्तिशाली बनाता है, जहाँ लाखों भक्त सुरक्षा, शक्ति और आंतरिक शांति के लिए आते हैं। प्राचीन कथा के अनुसार, जब धर्म का पतन हो रहा था, तब त्रिदेवी (तीन देवी) ने अपनी शक्तियों को एकत्रित कर वैष्णवी के रूप में अवतार लिया। यह अवतार एक ब्राह्मण परिवार में जन्मी एक कन्या थी, जो भगवान श्रीराम की भक्त थीं।
वह त्रिकूट पर्वतों में ध्यान करने और साधना करने के लिए आईं। लेकिन वहाँ के तांत्रिक भैरवनाथ ने उनका असंस्कारिक रूप से पीछा किया। इस पर माँ दुर्गा के रूप में उन्होंने भैरवनाथ का वध किया और उनके सिर का स्थान भैरवनाथ मंदिर में है, जो आज भी एक पवित्र स्थल के रूप में मौजूद है। भैरवनाथ के पश्चाताप से माँ वैष्णो देवी ने उन्हें क्षमा किया और मुक्ति दी। साथ ही यह आशीर्वाद दिया कि हर भक्त को अपनी यात्रा पूरी करने से पहले उनका दर्शन करना होगा। इस दिव्य इतिहास के कारण यह विश्वास किया जाता है कि इस तीर्थ क्षेत्र में किसी भी पूजा या अनुष्ठान से नकारात्मकता और शत्रुओं से सुरक्षा मिलती है।
इस पवित्र स्थल के केंद्र में नव दुर्गा मंदिर है, जो एक प्राकृतिक गुफा है जिसमें माँ दुर्गा के नौ रूपों की स्वयं प्रकट चट्टानी संरचनाएँ हैं। इस दिव्य ऊर्जा का दोहन करने के लिए, कटरा तीर्थ दुर्गा नव चंडी पूजन और हवन माँ वैष्णो देवी की दिव्य पहाड़ियों कटरा में स्थित नव दुर्गा मंदिर में किया जाएगा, जिसमें माँ के उग्र और सुरक्षात्मक पहलुओं का आह्वान किया जाएगा ताकि नकारात्मकता को दूर किया जा सके और समृद्धि, विजय और आध्यात्मिक उत्थान लाया जा सके। यह पूजन और हवन चुनौतियों पर विजय पाने और नकारात्मकता, शत्रुओं और बुरी नज़र से बचाने के लिए किया जा रहा है। यह वैदिक अनुष्ठान माँ के उग्र और रक्षक रूपों का आह्वान करता है, जिससे नकारात्मकता, शत्रु बाधा और बुरी नज़र से रक्षा होती है। साथ ही, जीवन में समृद्धि, विजय और आध्यात्मिक उन्नति का मार्ग खुलता है। यह पूजा शुक्रवार को होगी, जो देवी शक्ति का विशेष दिन माना जाता है। इस दिन देवी की उपासना करने से शुभ फल कई गुना बढ़ जाता है। ऐसा माना जाता है कि कटरा तीर्थ क्षेत्र में इस अनुष्ठान का प्रभाव और अधिक शक्तिशाली होता है, जिससे भक्तों को माँ नव दुर्गा और वैष्णो देवी दोनों की कृपा प्राप्त होती है।