✨ हिंदू धर्म में शुक्रवार का दिन मां लक्ष्मी और धन के देवता भगवान कुबेर को समर्पित माना गया है। जब इस दिन भैरव बाबा के साथ उनकी संयुक्त पूजा की जाती है तो इसका महत्व और बढ़ जाता है। मान्यता है कि कुबेर जी की कृपा से भौतिक समृद्धि, धन-संपदा और स्थिरता की दिशा मिलती है, वहीं भैरव बाबा की आराधना से धन-समृद्धि की सुरक्षा तय हो सकती है। इन देवों की संयुक्त पूजा से व्यक्ति को धन-वैभव के साथ सुरक्षा और आत्मविश्वास की प्राप्ति संभव है। यह अनुष्ठान घर-परिवार में लंबे समय तक सुख, समृद्धि और उन्नति के दरवाजे खोल सकता है।
✨ इस अनुष्ठान में शामिल 11,000 कुबेर मंत्र जाप अत्यंत फलदायी और सिद्धिदायक माने गए हैं। भगवान कुबेर धन, वैभव और भौतिक समृद्धि के अधिपति हैं। विद्वान ब्राह्मणों द्वारा विशेष संकल्प लेकर किया गया यह जाप धन की स्थिरता, व्यापार-वृद्धि और पारिवारिक समृद्धि की ओर ले जा सकता है। कुबेर मंत्र की ध्वनि तरंगें नकारात्मक ऊर्जा को दूर कर शुभ अवसरों के द्वार खोल सकती हैं। शास्त्रों के अनुसार, श्रद्धा और पूरी विधि से 11 हजार मंत्रों के उच्चारण से माँ लक्ष्मी की कृपा आसानी से प्राप्त हो सकती है। यह अनुष्ठान जीवन में स्थायी सुख-समृद्धि और आत्मविश्वास का संचार करती है।
✨ इस शुक्रवार तमिलनाडु के एट्टेलुथुपेरुमल मंदिर में श्री बटुक भैरव कवच पाठ और श्री सूक्त हवन का भी आयोजन होने जा रहा है, जो विष्णु जी और मां लक्ष्मी का दिव्य धाम माना गया है। बटुक भैरव की उपासना से जीवन में सुरक्षा, साहस और शत्रुओं पर विजय की प्राप्ति संभव है, वहीं श्री सूक्त हवन घर-परिवार में माँ लक्ष्मी की कृपा और धन-समृद्धि का आशीर्वाद लाने की शक्ति रखता है। यह संयुक्त पूजा व्यक्ति को नकारात्मक शक्तियों, भय और बाधाओं से भी राहत दिला सकती है। मान्यता है कि इस अनुष्ठान से धन की वृद्धि के साथ-साथ जीवन में स्थिरता और आत्मबल भी मिलता है, जो जीवन की चौतरफा उन्नति के लिए बेहद महत्वपूर्ण है।
🔔 श्री मंदिर द्वारा कुबेर-भैरव रक्षा धन प्राप्ति हवन और कवच में भाग लेने का अवसर हाथ से न जाने दें।